Bokaro: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक व संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, संस्कार भारती से जुड़े लोगों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।
शनिवार की देर शाम संस्कार भारती परिवार ने ऑनलाइन शोकसभा आयोजित कर बाबा योगेन्द्र को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। कला-संस्कृति के क्षेत्र में उनके योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें नमन किया। विदित हो कि 98 वर्ष की आयु में बाबा योगेंद्र का निधन 10 जून, 2022 को हो गया। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे तथा उनका लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार चल रहा था।
बाबा योगेंद्र कला तथा साहित्य के क्षेत्र में काम करने वाली अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के संस्थापक थे तथा अनेक वर्षों तक राष्ट्रीय संगठन मंत्री रहे। कला क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए वर्ष 2018 में भारत सरकार ने पद्म श्री सम्मान से अलंकृत किया था। इसके अतिरिक्त भाऊराव देवरस सेवा सम्मान तथा अहिल्या बाई होलकर राष्ट्रीय पुरस्कार तथा अनेक पुरस्कारों से भी आप सम्मानित हुए थे।
बाबा योगेंद्र का जन्म 7 जनवरी, 1924 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गांधीनगर में हुआ था। बचपन में गांव में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में जाने लगे। इसके बाद गोरखपुर में पढ़ाई के दौरान उनका संपर्क संघ के प्रचारक नानाजी देशमुख से हुआ। संघ का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह प्रचारक बने।
बाबा योगेंद्र गोरखपुर, प्रयाग, बरेली, बदायूं और सीतापुर में प्रचारक रहे। वर्ष 1981 में जब संस्कार भारती संगठन बना, तो बाबा योगेंद्र को उसके अखिल भारतीय संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया। विश्व को भीमबेटका तथा सरस्वती नदी के मार्ग की जानकारी देने वाले पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर जी के साथ मिलकर उन्होंने कला साधकों के मन में राष्ट्रीय भावना के जागरण का कार्य लम्बे समय तक किया। उनके मार्गदर्शन में संस्कार भारती आज कला के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था है।
संस्कार भारती के प्रांत महामंत्री संजय कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्र प्रमुख संजय कुमार चौधरी, बोकारो जिलाध्यक्ष अमरजी सिन्हा, उपाध्यक्ष निमेष राठौड़, मंत्री स्वरूप शेखर पांडेय, साहित्य व मीडिया प्रमुख अरुण पाठक, संगीत प्रमुख संजीव मजुमदार सहित मीरा सिन्हा, महिमा सिंह, अर्चना, रंजना राय, रागिनी सिन्हा, बिपिन बिहारी श्रीवास्तव आदि ने पद्मश्री बाबा योगेन्द्र के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कला संस्कृति के क्षेत्र में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।