Bokaro: जिले के जरीडीह प्रखंड स्थित एक ईंट भट्टे से शनिवार को जिला श्रम विभाग की टीम ने आठ नाबालिग बच्चों सहित कुल 24 मजदूरों को रेस्क्यू किया। यह कार्रवाई राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की सूचना पर की गई। श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने अरालडीह गांव स्थित MRS ईंट भट्ठे पर छापेमारी की और मजदूरों को मुक्त कराया।
मजदूरों ने लगाया जबरन श्रम व उत्पीड़न का आरोप
रेस्क्यू किए गए मजदूरों ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से लाकर यहां जबरन काम कराया जा रहा था। मजदूरों के अनुसार, उन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही थी और महिलाओं व बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा था। मजदूर महेश ने आयोग को दिए पत्र में लिखा कि भट्ठा मालिक भोलू और ठेकेदार अतीक खान द्वारा उन्हें धमकाया जाता था कि यदि शिकायत की तो जान से मार दिया जाएगा।
मजदूरों को सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्था पूरी
श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि रेस्क्यू किए गए सभी मजदूरों को गोमो रेलवे स्टेशन से ट्रेन द्वारा मुरादाबाद भेजने की व्यवस्था की गई है। उन्हें 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई ताकि वे सुरक्षित अपने घर लौट सकें। जिला प्रशासन ने स्थानीय पुलिस को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।

