Bokaro: मौर्य एक्सप्रेस में यात्रा कर रही एक महिला का ट्राली बैग गायब होने पर रेलवे पुलिस फाॅर्स ने “ऑपरेशन अमानत” चलाकर उसे ढूंढ निकाला। बोकारो के आरपीएफ अधिकारी और जवानों के सूझबूझ को खूब सराहा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि रांची निवासी कृति झा मौर्य एक्सप्रेस के कोच ए-1 में यात्रा कर रही थी। उन्होंने रांची मंडल के ट्रेन एस्कॉर्टिंग पार्टी इंचार्ज एएसआई एसके सिंह को सूचना दी कि जब वह मुरी स्टेशन के पास उठी तो उनकी ट्रॉली बैग गायब थी। जिसमे कुल 80 हज़ार रूपये का सामान था। एस्कॉर्टिंग पार्टी ने उनकी मदद की। रांची पहुंचने पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए जीआरपीएस-रांची ले जाया गया।
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महिला ने पुलिस को बताया कि उन्हें बोकारो में उतरने वाले सहयात्री पर शक है। इसका बाद आईपीएफ-बोकारो को सूचित किया गया। जानकारी मिलते ही बोकारो आरपीएफ तुरंत एक्शन में आ गई। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करने पर एक बुजुर्ग व्यक्ति को इसी तरह के ट्रॉली बैग के साथ चलते हुए देखा गया। आईपीएफ-बोकारो ने ए-1 कोच की यात्री चार्ट सूची एकत्र की और आद्रा मंडल के डिवीजन डेटा सेंटर के सहयोग से सह यात्री का विवरण एकत्र किया गया।
उसके बाद आरपीएफ और जीआरपीएस की संयुक्त टीम ने ट्रॉली बैग को अंदर रखे सामान के साथ बरामद किया। ट्रॉली बैग बोकारो के सह-यात्री शंकर राम (70) के पास से बरामद हुआ। वह अपनी पत्नी कलवती देवी के साथ गोरखपुर से आये थे और बोकारो उतरे थे। बीएसएल से सेवानिवृत्त शंकर राम ने अपनी गलती स्वीकार की और ट्रॉली बैग वापस कर दिया।