Bokaro: बोकारो जेनरल अस्पताल (BGH) में शनिवार को ठेका मजदुर की मौत के बाद घरना प्रदर्शन हुआ। बीजीएच के क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) में आठ दिनों के इलाज के बाद 43 वर्षीय ठेका मजदुर कमलेश साव की मौत हो गई। जिसके बाद नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर परिवारवालों सहित इंटक के कार्यकर्ताओ ने अस्पताल के मेंन गेट पर धरने पर बैठ गए।
परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि मृतक कमलेश साव की मृत्यु बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के अंदर दुर्घटना में हुई है, जबकि प्रबंधन ने कहा कि बुखार के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शनिवार को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। शव अस्पताल में रखा हुआ है। अब जब तक बीएसएल प्रबंधन परिजन को नौकरी नहीं दे देता तब तक परिवारवाले अंतिम संस्कार के लिए शव नहीं उठाने की बात कह रहे है।
इंटक के जिला अध्यक्ष रघुनाथ महतो ने कहा, ”मृतक स्टील प्लांट के स्ट्रक्चरल शॉप में एक ठेकेदार के अधीन काम करता था. 16 मार्च को उनका एक्सीडेंट हो गया और उन्हें बीजीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती कराया। आज उनकी मौत हो गई। मृतक के सिर पर चोट के निशान थे। बीएसएल प्रबंधन उनके परिजनों को नौकरी और मुआवजा दे.”
मृतक की विधवा जूली देवी ने कहा, “जब मेरे पति काम पर गए थे तो वह बिल्कुल स्वस्थ थे। लेकिन मुझे बताया गया कि वह तेज बुखार के कारण गिर गये. बाद में उन्हें बीजीएच में भर्ती कराया गया और आज उनकी मौत हो गयी. यदि वह बुखार के कारण गिर गए तो सिर में चोट कहाँ से लगी?”
BSL के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, अभिनव शंकर ने कहा कि, “16 जून को, लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन का एक श्रमिक काम के दौरान संयंत्र में बुखार के कारण बेहोश हो गया और बीजीएच में उसका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई”.