Bokaro: सेल-डीवीसी (SAIL-DVC) संयुक्त उपक्रम बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) में अनोखी स्थिति देखने को मिली जब ‘मटन-पुलाव’ पार्टी को लेकर मजदूरों ने जोरदार प्रदर्शन किया। झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के बैनर तले सैकड़ों मजदूर बीपीएससीएल के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष जुटे और खूब नारेबाजी की। विरोध का कारण बना अधिकारियों द्वारा पावर प्लांट के कैंटीन में की गई मटन-पुलाव की दावत। आरोप है कि उस दिन अफसरों ने मजदूरों की कैंटीन बंद कर दी और ‘मटन-पुलाव’ पार्टी का आयोजन किया, जिसके कारण मजदूरों को खाना नहीं मिला। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
“मजदूर भूखे, अफसर दावत में मस्त”: डीसी गोहाई – See Video
यूनियन के महासचिव डीसी गोहाई ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “हमारे दो हजार ठेका मजदूर मार्च से सितंबर 2024 तक के Rs 11,200 बकाया वेतन का इंतजार कर रहे हैं, और इधर प्रबंधन मटन-पुलाव की दावतों में मशगूल है।” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “रिकॉर्ड उत्पादन मजदूर कर रहे हैं, पर उत्सव अफसर मना रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह केवल आर्थिक शोषण नहीं, बल्कि मानसिक और नैतिक अपमान है। “मजदूरों की कैंटीन बंद कर दी गई ताकि वहां मटन पकाया जा सके। ये व्यवहार अस्वीकार्य है।” बताया जा रहा है कि कुछ अफसरों ने न सिर्फ मटन पुलाव खाया बल्कि उसे पॉलीथिन में भरकर घर भी ले गए। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
कंपनी फंड से मटन, मजदूरों के हिस्से ताले
गोहाई ने आरोप लगाया कि मटन-पुलाव पार्टी कंपनी फंड से आयोजित की गई, जिसमें करीब एक क्विंटल मटन और पुलाव बना। जबकि मजदूरों की कैंटीन को जानबूझकर बंद रखा गया। “यह फैक्ट्री एक्ट के भी खिलाफ है कि कैंटीन का उपयोग अधिकारियों की निजी मौज-मस्ती के लिए हो,” गोहाई ने कहा। बता दें, बीपीएससीएल अपनी सारी बिजली बोकारो स्टील प्लांट (BSL) को देता है। इसका बिजली उत्पादन बीएसएल की मांग पर निर्भर करता है। सूत्रों का कहना है कि बीपीएससीएल की बिजली, समझौते के तहत डीवीसी से बीएसएल द्वारा खरीदी गई बिजली से भी महंगी है। फ़िलहाल, बीएसएल ने बिजली की मांग बढ़ा दी है, इसलिए बीपीएससीएल उत्पादन बढ़ाकर अपनी पीठ थपथपा रहा है। अधिकारी पार्टी कर रहे है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
प्रबंधन की चुप्पी, यूनियन की चेतावनी
इस पूरे मामले पर जब प्रबंधन से उनका पक्ष पूछा गया, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सीईओ बीपीएससीएल फ़ोन पर चुप्पी साधे रहे। बीपीएससीएल के तरफ से अगर कोई ब्यान जारी किया जायेगा तो उसे यह लगा दिया जायेगा। वहीं यूनियन ने साफ कहा कि यदि मजदूरों की मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो व्यापक आंदोलन और प्लांट बंदी की चेतावनी दी गई है।
डीसी गोहाई ने कहा कि प्रबंधन का इस तरह का व्यवहार यूनियन कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही दिये गये मांग पत्र पर यूनियन शीघ्र समाधान चाहता है। समाधान नहीं होने पर मजदूर हड़ताल के तहत कारखाना का चक्का जाम कर अपना हक और अधिकार लेने के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर राजन महतो, अशोक कुमार, असमुद्दीन अंसारी, विजय बेथा, प्राण केवट, नंद कुमार, आरएस पांडेय, बाबूलाल रजवार, गणेश कुमार, अर्जुन बाउरी, संजीव राय, अनिल महतो, बुधन हेम्ब्रम, हेमंत रविदास सहित सैकड़ो की संख्या में ठेका मजदूर शामिल थे। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x