Bokaro: बोकारो विस्थापित मंच का एक प्रतिनिधित्व मंडल राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर उन्हें विस्थापितों की समस्याओं से अवगत कराया। बोकारो विस्थापित मंच के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मंत्री उमाकान्त रजक ने सीएम को विस्थापित सम्बन्धी राज्य सरकार के अधीन आने वाले मामले के 14 सूत्री मांगों को सिलसिलेवार तरीके से बताया।
उन्होंने सीएम से कहा कि विस्थापित समस्या राज्य की सबसे जटिल समस्याओं में से एक है। इस पर सरकार को गंभीर होते हुए प्राथमिकता के साथ काम करने की जरूरत है। राज्य वासियो की वर्तमान सरकार से यही अपेक्षा है। उन्होंने सीएम से मांग किया कि एक मुश्त विस्थापित मामले पर समझौता के लिए सीएम की उपस्थिति में सरकार के सभी विभाग के सचिव एवं बीएसएल (SAIL-BSL) प्रबंधन के साथ बैठक होनी चाहिये।
मंच के मुख्य संयोजक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता से उम्मीद जरूर बंधी है, लेकिन इसके भरोसे सो जाना आत्मघाती होगा। जरूरत है, जैसे हमलोगों ने समागम में ज़ोश का प्रदर्शन किया है, उसे जारी रखना होगा। तभी मुक्कमल जीत हो सकती है। उन्होंने कहा कि मंच के आगामी कार्यक्रम 20 अक्टूबर को जिला समाहरणालय में धरना ओर 27 अक्टूबर के बीएसएल के प्लांट के भितर की मीटिंग को सफल बनाने के लिए अभी से लग जाना है।
अध्यक्षता करते हुए संयोजक हाकिम प्रसाद महतो ने कहा कि सरकार ने मामले को गंभीरता लेकर संजीदगी दिखाई है। इस अवसर पर विस्थापितों को चट्टानी एकता बनाये रखने की कोशिश करती रहनी होगी। मौके पर मुखिया अध्यक्ष मंतोष सोरेन, सहदेव साव, रघुनाथ महतो, फुलचाँद महतो, अरुण कुमार महतो,मुखिया टीना, धीरेन्द्र नाथ गोस्वामी, के अलावे अन्य नेताओ ने भी अपनी बातें रखी।