Bokaro: सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) में सोमवार को बड़ा हादसा होते-होते बचा। बीएसएल के सिंटर प्लांट में चल रहे गैस पाइपलाइन के सफाई और मेंटेनेंस के दौरान उससे निकलकर नीचे गिरे कोल टार (जो ज्वालनशील होता है ) में आग लग गई। आग काफी भयावह थी और उससे निकल रहे काले धुएं ने आसमान को ढक लिया था।
इस हादसे में कोई भी कर्मचारी हताहत नहीं हुआ। पर अगर पाइपलाइन में आग लग जाती तो स्तिथि भयावह हो सकती थी। यह पाइपलाइन पुरानी है और फिलहाल काफी दिनों से बंद पड़ी हुई है। लोगो का कहना है बंद पाइपलाइन में भी थोड़ी ही सही लेकिन गैस होती है। बीएसएल प्रबंधन नुक्सान का आकलन कर रहा है।
बताया जा रहा है कि बीएसएल के फायर डिपार्टमेंट की टीम ने काफी मशक्क्त के बाद करीब तीन घंटे में आगू पर काबू पा लिया, नहीं तो स्तिथि और भी भयावह हो सकती थी। बताया जा रहा है कि सिंटर प्लांट के हैमर क्रसर के पास हो रही पाइपलाइन सफाई के दौरान अंदर जमा कोल टार निकल कर नीचे गिरा हुआ था। जिसमे आग लग गई और धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया।
कुछ लोगो का कहना है कि हो सकता है वैल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी से आग लगी हो। बीएसएल (BSL) ने घटना को लेकर इन्क्वायरी बिठाई है। NJCS नेता राजेंद्र सिंह ने घटना को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राहत की बात है की घटना में मजदुर और कर्मी सुरक्षित है। आग पर काबू पा लिया गया है।
बीएसएल के कई सीजीएम मौके पर पहुंचकर स्तिथ का जायजा लिया।
बीएसएल के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन मणिकांत धान –
30 अक्टूबर को पूर्वांहन लगभग 10.30 बजे सिंटर प्लांट के पुराने गैस मिक्सिंग स्टेशन के पास ऊर्जा प्रबंधन विभाग के द्वारा गैस पाइपलाइन के ड्रेन पॉट की सफाई के कार्य के उपरांत नीचे जमीन पर गिरे कोल टार (जो ज्वालनशील होता है ) में आग लग गई जिसे फायर ब्रिगेड की टीम ने कुछ ही देर में पूरी तरह से बुझा दिया.
आग जमीन पर गिरे कोल टार में लगी थी, न कि पाइप लाइन में. इस घटना में न कोई कामगार हताहत हुआ, न प्लांट में किसी प्रकार का नुकसान हुआ. सिंटर प्लांट के उत्पादन में भी इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. स्थिति सामान्य है.