Bokaro: सेल के वेतन पुनिरिक्षण समझौते की हुई बैठक में सम्मलित होने वाले NJCS यूनियन – इंटक, एटक एवं एचएमएस – एवं सेल प्रबंधन का पुतला दहन आज शुक्रवार को बीएसएल के नगर प्रसाशन भवन के सामने किया गया। सेल के वेतन पुनिरिक्षण समझौते में जिस प्रकार NJCS नेताओ ने 13 % एमजीबी और 26.5 % पर्क पर सहमति दी है। उसका काफी विरोध हो रहा है। कर्मचारियों के भावनाओं को ठेस पहुंची है। प्रभावी Non-NJCS युनियनो ने आज NJCS नेताओ का विरोध करते हुए उनका पुतला जलाया।
अपने संबोधन में नन-एनजेसीएस के संयोजक सह “जय झारखंड मजदूर समाज” के महामंत्री बी के चौधरी ने कहा कि वेज रिविजन एवं बोनस के लिए मजदूर 58 महीने से आन्दोलनरत रहा है। 30 जून को हुई एतिहासिक हड़ताल में कर्मचारियों ने NJCS को ताकत दी थी। पर इतनी ताकत देने के बाद भी NJCS ने मजदूरों से बेवफाई एवं प्रबंधन से वफ़ादारी की है। इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाय कम है।
जनता मजदूर सभा के महामंत्री साधु शरण गोप ने कहा कि जितना फायदा 2-3% पर्क से नहीं हुआ, उससे 100 गुना घाटा 2017 से एरियर नहीं मिलने के कारण हुआ है। जिसके खिलाफ नॉन-एनजेसीएस रणनीति बनायगा और आगे भी आन्दोलन जारी रखा जायगा। एक्टू के महामंत्री देवदीप सिंह दिवाकर ने कहा कि काले समझोता पर हस्ताक्षर करने वाले NJCS के नेताओं को मजदूर कभी माफ नहीं करेगा।इतिहास में इनका नाम शर्मिन्दगी के साथ हीं लिया जायेगा।झारखंड क्रांतिकारी मजदूर युनियन के महामंत्री डी सी गोहाई ने कहा कि ठेकाकर्मीयों के वेज रिविजन, बोनस इत्यादि पर चर्चा तक नहीं हुआ जबकि उत्पादन में इनकी भूमिका अहम रहती है। इस पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से:-
शंकर कुमार, एन के सिंह, के के मंडल, यू सी कुम्भकार, आशिक़ अंसारी, संजय कुमार सिंह, सी के एस मुंड़ा, अनिल कुमार, राजेन्द्र प्रसाद ,रोशन कुमार,अभिमन्यु माँझी, आई अहमद, बी एन तिवारी, ओ पी चौहान, विजय कुमार साह, धर्मेन्द्र कुमार, मनिक चंद साह, आर एन राकेश, अमूल्या महतो, आर के मिश्रा, डी पी सिंह, बादल कोईरी, रामाकांत राम, बी राय, मोहन राम, जानकी ठाकुर, जितेन्द्र कुमार सिंह, सतेंदर कुमार, आर के सिन्हा इत्यादि उपस्थित थे।