Bokaro: महारत्न सेल (SAIL) के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के होने वाले एक्सपेंशन (Expansion) की प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, बीएसएल के ब्लास्ट फर्नेस की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ गर्म धातु (hot metal) क्षमता को वर्तमान स्तर लगभग 5 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 7.4 मिलियन टन करने का प्रस्ताव है।
BSL का यह ब्राउनफ़ील्ड एक्सपेंशन प्रोजेक्ट होगा। जिसमे प्लांट के बाउंड्री के अंदर मौजूदा सुविधाओं और संसाधन का विस्तार किया जायेगा। बताया जा रहा है कि इस विस्तार के बाद बीएसएल (BSL) पूरे देश में सबसे बड़े स्टील उत्पादकों के श्रेणी में एक होगा। इस विस्तार से बीएसएल के विभिन्न सुविधाओं के उन्नयन से उनकी क्षमताओं में वृद्धि होगी। इसमें होने वाले लागत का खुलासा करने से बीएसएल अधिकारी बच रहे है।
CET (सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) ने गुरुवार को बोकारो स्टील लिमिटेड (BSL) के ब्राउनफील्ड विस्तार के लिए प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट दे दी है। सीईटी के कार्यकारी निदेशक (ईडी) जगदीश अरोड़ा ने बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश को ईडी (परियोजना) सीआर महापात्रा और बीएसएल के ईडी (कार्मिक एवं प्रशासन) राजन प्रसाद की उपस्थिति में रिपोर्ट सौंपी।
बीएसएल के सूत्रों के अनुसार प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट एक प्रारंभिक अध्ययन है जो विस्तार परियोजना की व्यवहार्यता का मूल्यांकन करता है और संभावित जोखिमों और लाभों की पहचान करता है। सीईटी ने बीएसएल और उसके संचालन की वर्तमान स्थिति के गहन विश्लेषण के आधार पर रिपोर्ट को डिजाइन और विकसित किया है।
रिपोर्ट में ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजना के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है, जिसमें मौजूदा सुविधाओं का आकलन, सुधार के संभावित क्षेत्रों की पहचान, तकनीकी और वित्तीय व्यवहार्यता का मूल्यांकन, और परियोजना लागत और समयरेखा का अनुमान शामिल है।
संचार प्रमुख, बीएसएल, मणिकांत धान ने कहा कि ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजना बीएसएल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सीईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी भविष्य के विकास और सफलता को लेकर अच्छी स्थिति में है।
उन्होंने बताया कि ब्राउनफील्ड विस्तार में हॉट मेटल के लिए कच्चे माल के उत्पादन में शामिल विभिन्न सुविधाओं का उन्नयन शामिल है। विस्तार योजना में कोक ओवन, लोहा बनाने और इस्पात बनाने की सुविधाओं सहित कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
मणिकांत धान ने कहा कि संयंत्र की गर्म धातु क्षमता को लगभग 5 मीट्रिक टन के वर्तमान स्तर से बढ़ाकर 7.4 मीट्रिक टन करने का प्रस्ताव है। पूर्व-व्यवहार्यता रिपोर्ट के कुछ प्रस्तावित प्रमुख तत्वों में मौजूदा धमन भट्टियों में से एक की क्षमता को 4500 क्यूबिक मीटर तक बढ़ाना। इसके आलावा 165 टन क्षमता की दो बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (BOF) की शुरुआत करने की भी बात कही गई है। 2.5 मीट्रिक टन क्षमता के एक थिन स्लैब कास्टर की स्थापना और लाइम डोलो कैल्सीनेशन प्लांट, आदि भी शामिल है।