Bokaro: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL), भारत के सबसे बड़े इस्पात उत्पादकों में से एक, ने एक बार फिर भारत की रक्षा क्षमताओं में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए भारतीय नौसेना की स्वदेशी P17 A परियोजना के तहत सातवें फ्रिगेट जहाज के निर्माण के लिए लगभग 4000 टन की विशेष स्टील प्लेटों की पूरी मात्रा की आपूर्ति की है।
सेल द्वारा आपूर्ति किये गये 4000 टन स्टील में से 2000 टन डीएमआर 249 ए ग्रेड स्टील की आपूर्ति बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा की गयी है।
इस सातवें फ्रिगेट जहाज का लॉन्च, मैसर्स मझगांव डॉक लिमिटेड (M/s Mazagaon Dock Ltd.) द्वारा निर्मित चौथा युद्धपोत, 01 सितंबर, 2023 को भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा किया जाना है। यह लॉन्च देश की समुद्री सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
सेल P17 A युद्धपोतों के विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभरा है, जो भारत के रक्षा स्वदेशीकरण को आगे बढ़ाने में कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इस युद्धपोत में स्टील की आपूर्ति करने के अलावा भी सेल की भूमिका रही है; कंपनी ने हाल ही में भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, द्वारा लॉन्च किए गए “विंध्यगिरि” नामक छठे युद्धपोत के निर्माण के लिए भी समान मात्रा में विशेष स्टील की आपूर्ति की थी।
P17 A परियोजना के तहत मेसर्स मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा कुल चार जहाजों और मेसर्स जीआरएसई (GRSE) द्वारा तीन जहाजों का निर्माण शामिल है। मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा तीन जहाजों का लांच सितंबर 2019 और सितंबर 2022 के बीच हुआ, जबकि मेसर्स जीआरएसई ने दिसंबर 2020 और अगस्त 2023 के बीच तीन जहाजों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
इन जहाजों के लिए स्टील आपूर्ति के मामले में सेल का योगदान लगभग 28,000 टन है, जो विशेष उपयोग के लिए उच्च-स्तरीय स्टील उत्पादों की आपूर्ति करने की कंपनी की क्षमताओं को रेखांकित करता है।
भारत के रक्षा क्षेत्र को समर्थन देने के अपने समृद्ध इतिहास में, सेल ने न केवल P17 A परियोजना के लिए स्टील की आपूर्ति की है, बल्कि विमान वाहक INS विक्रांत, INS उदयगिरि और INS सूरत जैसे युद्धपोतों और आर्टिलरी बंदूक धनुष सहित विभिन्न रक्षा परियोजनाओं के लिए स्टील प्रदान करने में भी अभिन्न भूमिका निभाई है।