Bokaro: बदलते समय के साथ-साथ बोकारो स्टील प्लांट (BSL) भी डिजिटल ट्रांस्फोर्मेशन की ओर अग्रसर है। आज के प्रतिस्पर्धी बाजार में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन बहुत जरूरी है। डिजिटल परिवर्तन को स्वीकार करने के लिए माइंड सेट में बदलाव ही इंडस्ट्री 4.0 की ओर पहला कदम है।
बीएसएल के अधिशासी निदेशक(संकार्य) अतनु भौमिक ने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग हमारी प्रक्रिया में सुधार करने, परिचालन में दक्षता हासिल करने तथा ग्राहक अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा एनालिटिक्स और ऑटोमेशन जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए मूल क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन तकनीक की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल परिवर्तन के जरिये कोक रेट, अन प्लानड डिले तथा ब्रेक डाउन में कमी को प्रेडिक्टिव मानिटरिंग तथा गुणवता में सुधार कर प्राप्त किया जा सकता है। बता दें की आज शनिवार को सेंटर ऑफ़ एक्सेलेंस में “ रोडमैप फॉर डिजिटल ट्रांस्फोर्मेशन ऑफ़ बीएसएल ” विषय पर अर्धदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
कार्यशाला में एमटी(टी)-2021 बैच के प्रबंध प्रशिक्षुओं ने ब्लास्ट फर्नेस, कोक ओवन, एस एमएस-न्यू, हॉट स्ट्रिप मिल जैसे विभिन्न विभागों का दौरा करने के उपरान्त प्राप्त जानकारी के आधार पर इन विभागों में डिजिटल परिवर्तन परियोजनाओं को लागू करने के लिए अपने सुझाव दिए। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन करने के लिए बीएसएल के विभिन्न विभागों से जानकारी इकठ्ठा की गई थी।डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से बोकारो स्टील प्लांट के तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार, उत्पादकता बढ़ाने और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने में सामूहिक रूप से मदद मिलेगी। कार्यशाला में मुख्य महाप्रबंधक (सी एवं ए) बी के सरतपे ने एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन के विभिन्न पहलुओं पर संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।