Bokaro: कार्यस्थल पर बेहतर सुरक्षा हेतु “कवच” नाम से बीएसएल (BSL) में जारी सेफ़्टी कल्चरल ट्रांसफॉरमेशन अभियान की 5वीं एपेक्स कमिटी की बैठक 6 दिसंबर को बीएसएल (BSL) के निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश की अध्यक्षता में संपन्न हुई.
बैठक में अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) संजय कुमार, अधिशासी निदेशक (वित्त एवं लेखा) सुरेश रंगानी, अधिशासी निदेशक (परियोजना) सी आर महापात्रा, मुख्य महाप्रबन्धक (सेवाएँ) अनिल कुमार, मुख्य महाप्रबन्धक (सुरक्षा) ए झा सहित अन्य मुख्य महाप्रबंधक व वरीय अधिकारी, सेफ़्टी कंसल्टेंट एएसके-ईएचएस इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से जे के आनंद एवं उनके टीम के सदस्य उपस्थित थे.
बैठक के शुरुआत में निदेशक प्रभारी प्रकाश द्वारा उपस्थित समूह को सुरक्षा प्रतिज्ञा दिलाई गई तथा रक्षात्मक ड्राइविंग पर एक वीडियो प्रदर्शित किया गया. बैठक के दौरान सेफ़्टी कल्चरल ट्रांसफॉरमेशन अभियान के विगत एक साल की गतिविधियों और प्रगति पर चर्चा की गई. प्रस्तुति के दौरान सेफ़्टी कंसल्टेंट ने विगत वर्ष के दौरान सुरक्षा प्रशिक्षण, ट्रेन-द-ट्रेनर कार्यक्रम, सड़क सुरक्षा प्रबंधन और अन्य पहलों पर हुई प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी.
बैठक में सभी को अपने प्रशिक्षित कर्मियों के माध्यम से ठेकेदारों सहित अन्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. इसके अलावा परीक्षकों और मौजूदा ठेकेदारों के मूल्यांकन, महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के जोखिम नियंत्रण, नियर मिस और संभावित खतरों को रिपोर्ट करने के लिए एआरटी ऐप के उपयोग को बढ़ाने सहित अन्य पहलुओं के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई.
निदेशक प्रभारी ने सेफ़्टी कल्चरल ट्रांसफॉरमेशन की सफलता के लिए सभी स्तरों पर बीएसएल (BSL) कर्मियों को इस अभियान में शामिल होने और सुरक्षा संबंधित पहलों को अपनाने की ज़रूरत पर बल दिया.
बैठक के बाद सीआरएम-3 में पहला मैनेजमेंट सेफ़्टी वॉकअराउंड आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश ने किया. इस दौरान मुख्य महाप्रबन्धक (सुरक्षा) ए झा, मुख्य महाप्रबन्धक (सीआरएम-3) वेद प्रकाश, अन्य वरीय अधिकारी, सीआरएम-3 के मैकेनिकल, ऑपरेशन, इलेक्ट्रिकल अनुभागीय प्रभारी तथा एएसके-ईएचएस से जे के आनंद और उनकी टीम के सदस्य उपस्थित थे.
निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश ने सेफ़्टी वॉकअराउंड के दौरान सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं का जायज़ा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.