Bokaro: स्वाधीन भारत के प्रथम प्रधान मंत्री और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की परिकल्पना करने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयन्ती के अवसर पर 14 नवम्बर को बोकारो स्टील सिटी में उन्हें भाव-सिक्त श्रद्धांजलि दी गई। बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश सहित अन्य अधिकारियों ने सेक्टर-5 और जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान स्थित पंडित नेहरू की प्रतिमाओं को पुष्पांजलि दी। नेहरू का जन्म 1889 में हुआ था और वह सबसे लंबे समय तक देश के प्रधानमंत्री पद पर रहे। भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू सच्चाई, एकता और शांति को बेहद महत्व देते थे।
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को आधुनिक भारत का मंदिर कहा था। पहली पंचवर्षीय योजना में 29 करोड़ रुपए के कुल निवेश से पांच केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम स्थापित किए गए थे। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। आज, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) भारत की सबसे बड़ी स्टील निर्माण इकाई है, ओएनजीसी को भारत का सबसे अधिक लाभ कमाने वाला संगठन माना जाता है, और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) को भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक उद्यम माना जाता है।
1954 में, भाखड़ा नंगल बांध का उद्घाटन करते हुए, तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इसे ‘आधुनिक भारत का मंदिर’ नाम दिया था। इसके बाद- सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) – का जन्म हुआ जिन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी ली। 1948 में भारत को आईटीआई (इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज लिमिटेड) के रूप में अपना पहला पीएसयू मिला। पहली पंचवर्षीय योजना में सिर्फ पांच केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम थे। 1980 तक यह संख्या बढ़कर 163 हो गई थी। 1991-92 में भारत के निजीकरण या विनिवेश अभियान शुरू करने से ठीक पहले यह संख्या 244 थी।
बीएसएल के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, मणिकांत धान ने कहा कि श्रद्धांजलि देने वालो में बीएसएल के अधिशासी निदेशक(परियोजनाएं) आर कुशवाहा, अधिशासी निदेशक (सामग्री प्रबंधन) वी के पाण्डेय, अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) समीर स्वरूप, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) सुरेश रंगानी, मुख्य महाप्रबंधक(सेवाएं) संजय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (माइंस) जयदीप दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (नगर प्रशासन) बी एस पोपली, मुख्य महाप्रबंधक(तकनीकी) लक्ष्मी दास एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में उपस्तिथ थे।