Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) बदल रहा है। यह बदलाव प्लांट के बाहर भले दिखने न मिले पर अंदर कामगारों के कार्यशैली में जरूर दिख रहा है। ईमानदारी और मेहनत से काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की पूछ बढ़ी है। बीएसएल प्लांट में इस साल सेंटर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (Centre for Digital Transformation) का खुलना इसी बदलाव की कड़ी का हिस्सा है।
इस सेंटर का मुख्य ध्येय स्टील उत्पादन प्रक्रिया को तकनिकी रूप से उन्नत करना है। प्लांट में पहले भी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर काम हो रहा था। पर वह छोटे स्तर पर अलग-अलग हो रहा था और रिजल्ट नहीं दिख रहा था। सेंटर खुल जाने से अब प्लांट में डिजिटल ट्रांफॉर्मशन सम्बंधित सब काम इसी छत के अंदर होगा और वृहद् स्तर पर पुरे दक्षता के साथ होगा।
बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश और ईडी वर्क्स अतनु भौमिक की जुगलबंदी बीएसएल को तकनिकी रूप से विकसित करने के लिए नित नए प्रयास कर रही है। पुरे सेल में बीएसएल एकमात्र ऐसा यूनिट है जिसने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए अपना सेंटर स्थापित कर लिया है। प्लांट के तीन सीजीएम सहित 58 लोगो की टीम इस सेंटर में है। इस टीम के सदस्यों में अधिकतर युवा इंजीनियर है जो आईआईटी और दूसरे नामी इंस्टिट्यूट से पढ़ कर आये है।
ऐसे खुला सेंटर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन
बताया जा रहा है की ईडी वर्कस अतनु भौमिक बड़े खुल दिल से अपने अधीनस्त अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलते है। उनकी समस्याओ को दोस्ताना लहजे में सुनते और समझते है। इस कारण अधिकारी या कर्मचारी प्लांट से जुड़े समस्याओ को खत्म करने के लिए नए-नए आईडिया लेकर उनके पास पहुँचते है। कुछ इसी प्रकार इस साल फरवरी में बीएसएल के एनर्जी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में कार्यरत सीनियर मैनेजर सौरभ सिंह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित प्रेडिक्टिव मॉनिटरिंग सिस्टम का आईडिया लिए ईडी वर्क्स से मिले। अतनु भौमिक को आईडिया पसंद आया और उन्होंने डायरेक्टर इंचार्ज से बात कर ‘सेंटर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन’ ही खुलवा दिया। इस संस्था के प्रेजिडेंट सीजीएम मेंटेनन्स सुब्रत मुखोपाद्याय, वाईस प्रेजिडेंट, सीजीएम इलेक्ट्रिकल वेद प्रकाश और कन्वेनर सौरभ सिंह है।
इस काम को आगे बढ़ाते हुए बीएसएल के सेंटर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ने हैदराबाद स्थित मेसर्स मिंटो एआई कंपनी से हाथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित प्रेडिक्टिव मॉनिटरिंग सिस्टम का परीक्षण शुरू कर दिया है। इस परीक्षण के तहत, सिंटर प्लांट की कोल्ड स्क्रीन मोटर, ब्लास्ट फर्नेस में सामग्री वितरण के लिए रोटेशन मोटर और हॉट स्ट्रिप मिल में क्रेन मेन होइस्ट मोटर्स जैसे उपकरणों पर करंट आधारित स्मार्ट सेंसर लगाए गए हैं, जो एक औद्योगिक इंटरनेट पर स्पाइडरसेंस पर काम करते हैं। मेसर्स मिंटो एआई (आईओटी) प्लेटफॉर्म के तहत काम करेगी।
बीएसएल के प्रवक्ता मणिकांत धान ने कहा कि, प्लांट में लगाए गए ये सेंसर, इंजीनियरों और ऑपरेटरों को ऑपरेशनल इंटेलिजेंस प्रदान करने के लिए एआई, डीप प्रोसेस नॉलेज और फिजिक्स का उपयोग करते हैं। इससे मशीनो की निगरानी और रखरखाव की योजना बनाने में मदद मिलती हैं। यह सिस्टम विभिन्न महत्वपूर्ण डेटा एकत्र कर संग्रहीत करता है।