Bokaro: स्थानीय जनवृत्त 3 सी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सैनिक विजय दिवस मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य रण सुमन सिंह ने झारखंड के परमवीर सेनानायक अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा पर पुष्पार्चन के साथ किया. प्राचार्य सिंह ने 1971 ईस्वी में पाक सैन्य- बल पर भारतीय सेना के अभूतपूर्व शौर्य प्रदर्शन एवं विजय-गाथा की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष घुटने टेक दिए. भारतीय सेना ने पाक सैन्य- बल को धूल चटाते हुए उनके नापाक इरादे को नेस्तनाबूद कर दिया. परिणामस्वरुप, पृथक स्वतंत्र बांग्लादेश का निर्माण हो सका.
इस अवसर पर विद्यालय के सभी भैया- बहनों ने आजादी के अमृत महोत्सव को ताजा करते हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों के कृत्यों को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री के नाम समवेत पत्र लिखकर संप्रेषित किया. पत्र में वर्तमान परिपेक्ष्य के आलोक में 2047 ईस्वी के भारत का भावी – स्वरुप की दिशा क्या होगी, को उजागर किया गया. विद्यालय प्रभारी बिनोद कुमार झा ने आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर शहीद सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि के शब्द समर्पित किए. किशोर भारती के अध्यक्ष प्रतीक कुमार तथा अफरीना परवीन ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
इस अवसर पर दिवस प्रमुख आचार्य अनिल कुमार सिंह तथा श्यामदेव गुप्ता के अलावे मनोज पाठक, अजय कुमार, निशा सिंह, संतोष कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे