Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

दिखावा या सच ? BSL-BPSCL की वजह से एक ओर प्रदूषित हो रही नदियां, दूसरी ओर सफाई कार्यक्रम


Bokaro:  एक तरफ जहां बोकारो स्टील प्लांट (BSL) और बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड (BPSCL) का फ्लाई ऐश और औद्योगिक कचरा नालों के माध्यम से लगातार गरगा नदी में गिरकर उसे प्रदूषित कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के मौके पर गरगा नदी की सफाई की गई। लोगों का कहना है कि ये कदम दिखावा लग रहा था। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

JSPCB ने लगाया दो करोड़ का जुर्माना, फिर भी नहीं रुका प्रदूषण
झारखंड स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (JSPCB) ने अप्रैल के पहले सप्ताह में बीपीएससीएल पर फ्लाई ऐश बहाने को लेकर दो करोड़ (2 crores) रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया था। बावजूद इसके, न तो अब तक जुर्माना भरा गया है और न ही प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर रोक लगी है। बीपीएससीएल का फ्लाई ऐश पोंड पहले ही भर चुका है, जिससे फ्लाई ऐश बीएसएल के स्लज कम्पार्टमेंट में पहुंच रहा है। बीएसएल भी इसमें भागीदार बना हुआ है।

कूलिंग पोंड के रास्ते गरगा और दामोदर में बह रहा जहरीला पानी
बीपीएससीएल का फ्लाई ऐश बीएसएल का औद्योगिक कचरा समेटते हुए कूलिंग पोंड में जा रहा है। फिर वहा से यह प्रदूषित पानी नालें के जरिये बड़ा खटाल के बीच से होते हुए पहले गरगा नदी और फिर भथुआ के पास दामोदर नदी में भी प्रवेश कर रहा है। इस प्रदूषण का असर जिले में चल रही नमामि गंगे (Namami Gange) परियोजना पर भी पड़ रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

विधानसभा में उठा था मामला, अब NGT में ले जाने की तैयारी
इस गंभीर मुद्दे को विधायक सरयू राय ने राज्य विधानसभा में भी उठाया था। इसके बाद प्रदूषण विभाग की एक जांच समिति इंस्पेक्शन कर दिए अपने रिपोर्ट में साफ कहा कि बीपीएससीएल (BPSCL) का फ्लाई ऐश प्रदूषण का मुख्य कारण है। झारखंड प्रदूषण विभाग ने बीपीएससीएल को जिम्मेदार मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है और जुर्माना लगाया है। लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। प्रदूषण विभाग की कार्रवाई को बीएसएल-बीपीएसएल गंभीरता से लेते नहीं दिख रहे हैं। नाममात्र के दिखावे के लिए बीपीसीएल एक दिन में दो-चार डंपर से फ्लाई ऐश उठा कर बीएसएल प्लांट के गड्ढों को भर रही है या फिर एनएचएआई को दे रही है। जो सागर में एक बूंद के समान है। अब पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोग इस मामले को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। झारखण्ड प्रदूषण विभाग (JSPCB) को एक बार फिर इस मामले में सूचित किया गया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

BSL का सफाई अभियान
इसी बीच बीएसएल ने अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर गरगा नदी की सफाई और पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का नेतृत्व नगर सेवा विभाग के मुख्य महाप्रबंधक ने किया। बीएसएल की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि यह कार्यक्रम “प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास” की थीम पर आधारित था। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

नगर सेवा विभाग ने की सफाई और पौधारोपण की पहल
नगर सेवा विभाग के महाप्रबंधक (जन स्वास्थ्य) ए.के. अविनाश की टीम ने गरगा नदी के आस-पास क्षेत्र में व्यापक सफाई और पौधारोपण किया। बीएसएल का कहना है कि जैव विविधता का संरक्षण भविष्य की पीढ़ियों के लिए जरूरी है और इसके प्रति सभी को सजग रहना चाहिए। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

 

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