Bokaro: बोकारो एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू होने में बाधा बन रहे सेक्टर-12 मोड़ स्थित बूचरखानों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने जिला प्रशासन के सहयोग से शनिवार को अतिक्रमण हटाने की तैयारी की है। दुंदीबाग बाजार की 29 मीट दुकानों को पहले ही नोटिस दिया जा चुका है, फिर भी दुकानदार अब तक नहीं हटे हैं। वे इस उम्मीद में डटे हुए हैं कि प्रशासन उन्हें किसी वैकल्पिक जगह पर पुनर्वासित करेगा।
प्रशासन सख्त, दुकानदारों को कई बार दिया गया नोटिस
एसडीओ चास प्रांजल ढाढा ने पुष्टि करते हुए कहा कि चिन्हित दुकानदारों को पहले ही नोटिस दिया गया था। प्रशासन का कहना है कि ये दुकानें एयरपोर्ट परियोजना में बाधा डाल रही हैं। कई बार नोटिस देने के बावजूद दुकानदारों ने जगह खाली नहीं की, जिसके बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने बोकारो एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच के दौरान इन मीट दुकानों को प्रमुख बाधाओं में से एक बताया है।
दुकानदारों का विरोध, वैकल्पिक स्थल की मांग, BSL ने किया इनकार
दूसरी ओर, बूचरखाना संचालक वैकल्पिक जगह की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें नई जगह नहीं दी जाती, वे अपनी दुकानें नहीं हटाएंगे। वहीं, BSL प्रबंधन का मानना है कि ये दुकानें अवैध रूप से BSL की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाई गई हैं। इसलिए कानूनी रूप से उन्हें कहीं और स्थानांतरित करने या वैकल्पिक जगह देने का कोई प्रावधान नहीं है। BSL ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई पूरी तरह नियमों और अदालत के निर्देशों के अनुरूप की जा रही है।
कानूनी आधार पर चल रही कार्रवाई
बोकारो स्टील के संपदा पदाधिकारी ने 10 अक्टूबर को सेक्टर-12 मोड़ स्थित दुकानों पर नोटिस चिपकाया था। इसमें 15 दिनों के भीतर अवैध निर्माण हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था। यह आदेश लोक परिसर (अप्राधिकृत दखलकारों की बेदखली) अधिनियम, 1971 की धारा 3 और धारा 5(ए) उपधारा (1) के तहत जारी किया गया था।
प्रशासन ने साफ किया है कि यदि समय सीमा में अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो बेदखली प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी और किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी अतिक्रमणकारियों की होगी।
उपायुक्त ने दी सख्त चेतावनी, एयरपोर्ट प्रगति की समीक्षा
7 अक्टूबर को उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में एयरपोर्ट परियोजना की समीक्षा बैठक हुई थी। उपायुक्त ने निर्देश दिए थे कि एयरपोर्ट परिसर में फैली झाड़ियां और अवैध निर्माण तुरंत हटाए जाएं, ताकि रनवे, एप्रन और कंट्रोल टॉवर की विजिबिलिटी प्रभावित न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि एयरपोर्ट संचालन में किसी भी तरह की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

