Bokaro: सेक्टर 12 के द पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल का माहौल उस दिन कुछ अलग था। न घंटी बजी, न कोई शोर हुआ, मगर हर चेहरा गंभीर था। उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देश पर स्कूल पहुंची जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना सेजवलकर और डीएसपी ट्रैफिक विद्या शंकर, जब बच्चों से सड़क पर ज़िंदगी की अहमियत की बात कर रहे थे, तो हर आंख में सोच और हर चेहरे पर जागरूकता साफ दिख रही थी। See Video ->
सड़क पर सिर्फ रफ्तार नहीं, ज़िम्मेदारी भी होनी चाहिए
बच्चों को बताया गया – एक हेलमेट ज़िंदगी बचा सकता है, एक सीट बेल्ट किसी को अनाथ होने से रोक सकता है। “मोबाइल का एक नोटिफिकेशन आपकी सांसें रोक सकता है,” डीटीओ ने कहा। हादसे के आंकड़े सुनाते हुए बताया गया कि लापरवाही, ओवरस्पीडिंग और बिना सुरक्षा उपकरण के गाड़ी चलाना, सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
18 से कम ? फिर स्टार्ट मत करना बाइक!
डीएसपी विद्या शंकर ने बच्चों को साफ शब्दों में कहा, “18 साल से कम उम्र में वाहन चलाना ना सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि जानलेवा भी।” उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे घर में भी इस विषय पर चर्चा करें, और अपने परिवार को भी सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन के लिए प्रेरित करें। डीएसपी ने कहा कि यह सिर्फ एक अभियान नहीं था… यह ज़िंदगी को बचाने की एक सच्ची कोशिश थी।
बच्चों ने ली ज़िम्मेदारी की शपथ
अंत में बच्चों ने सड़क सुरक्षा की शपथ ली, “हम नशे में वाहन नहीं चलाएंगे, हेलमेट व सीट बेल्ट ज़रूर पहनेंगे, और जरूरतमंदों की सड़क पर मदद करेंगे।” शपथ लेते समय कई बच्चों की आंखों में भविष्य की चिंता और आज का संकल्प झलक रहा था। यह सिर्फ एक अभियान नहीं था… यह ज़िंदगी को बचाने की एक सच्ची कोशिश थी। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x