Bokaro: झारखण्ड के इस इलाके में नए उद्योगों को लगाने के लिए जमीन की हो रही कमी को देखते हुए, झारखण्ड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट ऑथॉरिटी (JIADA) का बोकारो प्रक्षेत्र दो मोड पर काम कर रहा है। एक तरफ जहां धनबाद और बोकारो में नए जमीन की तलाश की जा रही है, वही दूसरी तरफ वैसी इकाइयों को चिन्हित किया जा रहा है, जिसकी कई वर्षों से औद्योगिक गतिविधि बन्द है। ऐसे चिन्हित इकाइयों का लीज रद्द कर फिर से नए निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए अलॉट किया जा रहा है।
इस क्रम में शुक्रवार को 19 नई इकाइयों को अंतिम शो कॉज नोटिस जारी किया गया है (इन इकाइयों की लिस्ट नीचे है)। यह सभी इकाई बोकारो औद्योगिक क्षेत्र के अलग-अलग फ़ेज़ो में है। बताया जा रहा है कि परियोजनाएं स्थापित करने के लिए जमीन लेने के बाद, पिछले कई वर्षो से यह बंद है। इनमे काम नहीं हो रहा है। यह 19 इकाइयों का लीज आवटन अगर रद्द हो जाता है तो, जियाडा बोकारो प्रक्षेत्र को करीब 13 एकड़ भूमि हासिल होगी।
जियाडा, बोकारो क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक कीर्तिश्री जी के अनुसार हमने अंतिम कारण बताओ नोटिस जारी कर 19 औद्योगिक इकाइयों से पूछा है कि उनकी औद्योगिक गतिविधियां पिछले कई वर्षों से क्यों बंद हैं। उन्हें 21 नवंबर को बियाडा भवन आकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है, नहीं तो एक महीने बाद उनकी इकाई की लीज को रद्द समझा जायेगा।
बता दें, इससे पहले पिछले दो वर्षों में जियाडा प्रबंधन ने ऐसी ही 72 औद्योगिक इकाइयों को चिन्हित कर उनका लीज आवंटन रद्द कर दिया है। रद्द किए गए भूखंडों में से 70 प्रतिशत भूमि को फिर से नए निवेशकों को आवंटित कर दिया गया। बाकि बचे 30 प्रतिशत इकाइयों के लीज धारी जियाडा के फैसले को चुनौती देने के लिए अदालत गए है।
बताया जा रहा है कि धनबाद और बोकारो में जियाडा के लिए नए सिरे से भूमि अधिग्रहण के लिए भी प्रयास कर रहे हैं। धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी व कलियासोल तथा बोकारो के चास प्रखंड के घटियाली में जमीन चिन्हित की गयी है। सूत्रों के अनुसार जियाडा प्रबंधन, पूर्वी टुंडी और कलियासोल (धनबाद) में कुल 86 एकड़ और चास (बोकारो) के घटियाली में 63 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने का प्रयास कर रहा है।
धनबाद में जमीन की जांच के बाद प्रसाशन को प्रस्ताव भेजा गया है। बोकारो प्रसाशन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद जमीन उद्योग विभाग को हस्तांतरित की जाएगी। यदि चिन्हित भूमि को जियाडा को हस्तांतरित कर दिया जाता है, तो भूमि में लगभग 100 उद्योग स्थापित किए जा सकेंगे।
1974 में गठित बियाडा ने तीन जिलों में 1470.59 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया। इसकी जमीन पर 486 से ज्यादा उद्योग हैं। बालीडीह स्तिथ जियाडा के बोकारो औद्योगिक क्षेत्र (बीआईए) में 1234.45 एकड़ भूमि, कांड्रा औद्योगिक क्षेत्र, धनबाद में 134.58 एकड़ भूमि, सिंदरी औद्योगिक क्षेत्र में 55 एकड़ भूमि और गिरिडीह औद्योगिक क्षेत्र में 46.56 एकड़ भूमि शामिल है। अकेले बालीडीह में ही 375 से ज्यादा उद्योगों को जगह मिली हुई है।