Bokaro: चंदनकियारी विधायक और पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने वेदांता इलेक्ट्रोस्टील प्रबंधन की मनमानी पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने 13 सूत्री मांग पत्र डीसी बोकारो को सौंपते हुए समाधान के लिए 15 दिनों की समयसीमा निर्धारित की है। रजक ने पत्र में उल्लेख किया कि रैयतों ने प्लांट स्थापना के लिए अपनी पुश्तैनी जमीन दी थी ताकि स्थानीय लोगों का विकास हो सके, लेकिन कंपनी ने उनके साथ शोषण किया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
क्षेत्रीय लोगों के आक्रोश का कारण
पत्र में कहा गया है कि प्लांट उत्पादन शुरू होने के बाद से स्थानीय रैयतों और मजदूरों का लगातार शोषण हो रहा है। कंपनी प्रबंधन की नीतियों के कारण क्षेत्र में असंतोष बढ़ता जा रहा है, जो अब आक्रोश का रूप ले चुका है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए डीसी बोकारो को मांग पत्र सौंपा गया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
13 मांगों में समाधान की अपील
मांग पत्र में लंबित ग्रिभांस सेल के आवेदनों का निष्पादन, बीपीओ में बहाल कामगारों की स्थिति सुधारने, रैयत मजदूरों को वेतन संशोधन नियमावली के तहत वेतन देने, ठेका मजदूरों को केन्द्रीय वेतन का लाभ देने और आकस्मिक मौत पर 25 लाख मुआवजा देने जैसी मांगें शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय युवाओं को शत-प्रतिशत रोजगार, महिलाओं के लिए स्वावलंबन प्रशिक्षण, आधुनिक कृषि यंत्र वितरण, और सीएसआर के तहत संस्थान खोलने की अपील की गई है।
समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी
रजक ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों में समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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