बोकारो परिसदन सभागार में शनिवार को युवा कल्याण, संस्कृति एवं पर्यटन विकास समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति की सभापति माननीय सबिता महतो ने की। इस दौरान समिति की सदस्य माननीय श्रीमती रागिनी सिंह सहित विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पर्यटन और सांस्कृतिक योजनाओं की समीक्षा
बैठक में युवा कल्याण, संस्कृति एवं पर्यटन से जुड़ी योजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। समिति ने सभी विभागों को अपनी-अपनी योजनाओं का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने और विभागवार प्रगति रिपोर्ट साझा करने का निर्देश दिया।

20 पर्यटन स्थलों का हुआ उल्लेख
इस अवसर पर जिला पर्यटन पदाधिकारी श्रीमती हेमलता बून ने बताया कि बोकारो जिले में कुल 20 पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। इनमें लुगुबुरू (A श्रेणी), तेनुघाट डैम (B श्रेणी), दलाही कुंड, भैरवस्थान, कोनार डैम, चेचका धाम एवं गवई बेराज (C श्रेणी) और मृग खोह, शेवाती घाटी, सीता फॉल, बनासो मंदिर, बुढ़ा बाबा धाम, सिकन्दा पहाड़, गरगा डैम, राम लखन टुंगरी जैसे कई D श्रेणी के पर्यटन स्थल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चेचका धाम पर्यटन स्थल का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से जारी है।
पर्यटन स्थलों की सुविधाओं पर जोर
समिति ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि पर्यटन स्थलों पर सड़क संपर्क सुधार, स्वच्छता, सुरक्षा और पर्यटक सुविधाओं के विस्तार पर प्राथमिकता दी जाए। इसके साथ ही स्थानीय समुदाय की भागीदारी को भी बढ़ाने की बात कही गई ताकि ग्रामीण स्तर पर पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें।
सभापति सबिता महतो ने जताई उम्मीद
समिति की सभापति श्रीमती सबिता महतो ने कहा कि बोकारो जिले में प्राकृतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों की भरपूर संभावनाएं हैं। इन स्थलों के विकास से न केवल जिले का पर्यटन परिदृश्य मजबूत होगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार भी खुलेंगे।
रागिनी सिंह ने दी समीक्षा में तेजी लाने की सलाह
समिति की सदस्य श्रीमती रागिनी सिंह ने कहा कि जिन योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है, उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पर्यटन स्थलों को और सुंदर व आकर्षक बनाया जाए ताकि अधिक से अधिक पर्यटक बोकारो आएं। साथ ही उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाने पर भी जोर दिया।
