Report| S P Ranjan
Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के मुख्यालय, एडीएम गेट के सामने शनिवार शाम BAKS (बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ) के बैनर तले भारी संख्या में कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। मशाल लेकर मजदूर मैदान से पैदल मार्च करते हुए, बीएसएल कर्मचारी एडीएम गेट पहुंचे और सभा की। उनका मुख्य मुद्दा प्रोडक्शन रिलेटेड पे और अन्य सुविधाओं से जुड़ी मांगों का था। इस प्रदर्शन में महिला कर्मियों की भी बड़ी भागीदारी रही। लंबे समय बाद कर्मचारियों का इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जिसमें कर्मचारियों ने खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। Join Whatsapp- https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Video:
हड़ताल की चेतावनी, पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। इस विरोध प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए बीएसएल प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया और एडीएम गेट के सामने सीआईएसएफ की तैनाती कर दी। कर्मचारियों का कहना था कि अन्य कंपनियों जैसे कोयला, नाल्को, टाटा स्टील, और एनएमडीसी में लाखों रुपये बोनस दिए जा रहे हैं, जबकि बीएसएल के कर्मचारियों को सिर्फ 23,000 रुपये का बोनस दिया गया। Join Whatsapp- https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
सेल के मुनाफे के बावजूद कर्मचारियों को ‘चुरन बोनस’
सभा में BAKS के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सेल का टर्नओवर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जबकि पिछले छह वर्षों में एबीटा 79,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने मुनाफे के बावजूद कर्मचारियों को मामूली बोनस क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि NJCS यूनियनें प्रबंधन से मिली हुई हैं और कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही हैं।
प्रोडक्शन पे और पीआरपी की मांग
BAKS के महासचिव दिलीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि प्रोडक्शन रिलेटेड पे कर्मचारियों का अधिकार है। उन्होंने बताया कि छोटे अधिकारियों से लेकर चेयरमैन तक सभी को पीआरपी (प्रोडक्शन बोनस) का 5 प्रतिशत दिया जा रहा है, और इसके बावजूद कंपनी घाटे में नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों के लिए “घाटे का रोना” नहीं चलेगा।Join Whatsapp- https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
नारेबाजी और प्रदर्शन के उग्र संकेत
उपमहासचिव आशुतोष आनंद, विभागीय प्रतिनिधि नरेश पुणेरिया, और संतोष सम्राट भी इस प्रदर्शन में शामिल थे। कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की और अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई, जिससे प्रदर्शन और उग्र होने के संकेत मिले।
Join Whatsapp- https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x