Bokaro: कम बोनस के खिलाफ एकजुट हुए ट्रेड यूनियनो के सदस्यों ने एडीएम बिल्डिंग के समीप पास सेक्शन पर जमकर प्रदर्शन किया। मजदुर नेताओं ने बीएसएल (BSL) प्रबंधन को चेतावनी देते हुऐ कहा कि बोनस ओर वेज रिवीजन का बकाया एरियर पर जल्द फैसला करे नहीं तो -याचना नहीं, अब रण होगा। मजदूरों के हित के लिए 14 तारिख को प्लांट गोलंबर पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के चारों घटक आज एडीएम बिल्डिंग पर प्रदर्शन कर 10 सूत्री मांग पत्र प्रबंधन को सौपें । उसके बाद पास सेक्शन पर एक आम सभा हुई। 10 सूत्री मांग पत्र में 40,500 से ज्यादा बोनस का भुगतान करने, 39 माह का एरियर भुगतान, पर्क्स, नाइट शिफ्ट एलाउंस, मकान भाड़ा भत्ता आदि की अविलंब बढ़ोतरी करने की बात कही गई थी।
ठेका मजदूरों का वेज रिवीजन के साथ-साथ जॉब सिक्योरिटी एवं अन्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर नेताओ ने आवाज़ बुलंद की। नेताओ ने कहा कि वेतन समझौता आंदोलन में भागीदारी के कारण बोकारो स्टील प्लांट से बाहर ट्रांसफर किए गए मजदूरों को प्रबंधन अभिलंब वापस करें। हाउस पर्क्विजिट पर 50% इनकम टैक्स रिबेट मजदूरों को भी देना होगा।
वक्ताओं ने कहा जब भी मजदूरों को बोनस देने की बात आती है तो सेल प्रबंधन नए-नए हथकंडे अपनाती है ताकि कम से कम पैसा मजदूरों को मिल सके। सेल प्रबंधन बिल्कुल ही संवेदनहीन हो चुका है। सेल के इतिहास में यह पहली बार ऐसा हुआ है की इस्पात मजदूरों के वेज रिवीजन पर मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग बने हुए 2 साल गुजर गए। परंतु अभी तक एग्रीमेंट नहीं हो सका जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
एनजेसीएस नेता राजेंद्र सिंह ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन पूरी तरह तानाशाही हुकूमत चलाना चाहती है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है की उत्पादन तथा उत्पादकता में ठेका मजदूर बराबर के हकदार है। पर प्रबंधन उनके वेज रिवीजन, गेट पास, सुरक्षा, अन्य सुविधाओं पर फैसला नहीं करना चाहती। ठेकेदार को लूट की छूट दे रखी है।
मुख्य रूप से इंटक के बिरेंद्र नाथ चौबे, बी एन उपाध्याय, एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, सतेंद्र कुमार, सीटू के बी डी प्रसाद, क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ HMS के राजेंद्र सिंह, अरुण कुमार।