अब उड़ने को हूं तैयार– सुरेश की आंखों से छलकी वो कहानी जो दिल छू लेगी

Bokaro: भीड़ से भरे जनता दरबार में जब दिव्यांग सुरेश पांडेय ने कांपती आवाज़ में कहा – “साहब, मुझे चलने दो… एक ई-ट्राई साइकिल चाहिए”, तो वहां मौजूद हर आंख…

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