बोकारो : भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ ने बीएसएल कर्मी को भद्रावती स्थानांतरण करने और एनजेसीएस के बैठक में वेज रिविज़न को टालने के विरोध में प्रेम कुमार महामंत्री के नेतृत्व में 6 अक्टूबर को गांधी चौक पर सेल प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियन का पुतला दहन किया । इस अवसर पर बोकारो इस्पात सयंत्र के सैकड़ो कर्मचारी मौजूद रहे ।
प्रेम कुमार ने कहा कि बोकारो इस्पात सयंत्र प्रबंधन द्वारा बीएसएल कर्मी को भद्रावती स्थानांतरण करना कर्मचारियो के आवाज को दबाने की कोशीश है जिसमे प्रबंधन कभी सफल नहीं हो पाएगा। उक्त बीएसएल कर्मी एक कर्मठ, सुशील और मेहनती कर्मचारी है । उन्होने प्रबंधन की कुरीतियो और प्रबंधन की नाकामी को उजागर किया और सोश्ल मीडिया में सेल की कुव्यवस्था के विषय में खुल कर लिखा जिसके कारण प्रबंधन की नाकामी कर्मियों के समक्ष उजागर हुई एवं कर्मी अपने हक़ और अधिकार के लिए पूरी शक्ति से आगाज किए जिसका परिणाम 30 जून की हड़ताल में दिखा। यही कुछ कारण है जिसके वजह से प्रबंधन ने उस को भद्रावती स्थानांतरण कर दिया और कर्मचारियो को यह संदेश दिया कि प्रबंधन की नाकामी जो उजागर करेगा उसका यही हश्र होगा परंतु प्रबंधन को यह नहीं मालूम है कि इसका परिणाम क्या होगा । उन्होने कहा कि प्रबंधन एक से डर गया यहाँ हर कदम पर और हर विभाग में वैसे बीएसएल कर्मी से सामना करना पड़ेगा क्यूंकी वह अकेला नहीं है, भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ उसके साथ है और जब तक प्रबंधन उसका स्थानांतरण आदेश वापस नहीं लेती तब तक संघ आंदोलन करती रहेगी । प्रबंधन इसको चेतावनी समझे और अपनी गलती सुधारे नहीं तो बड़े आंदोलन झेलने के लिए तैयार रहे ।
उन्होने यह भी कहा कि विगत 58 महीनो से सेल प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियन के नेतागण का वेज रिविज़न पर नौटंकी चल रहा है जिसे आम कर्मचारी भली भांति जान चुका है । कर्मचारियो को ये समझ में आ गया है कि एनजेसीएस एक ऐशी समिति है जो कर्मचारियो के नुकसान पहुँचने के लिए बनी है । प्रबंधन तो कर्मियों का भला पहले से ही नहीं चाहती परन्तु एनजेसीएस यूनियन के नेतागण जो छाती ठोक कर 30 जून के हड़ताल के पहले अधिशासी निदेशक (संकार्य) के कार्यालय के पास कर्मियों को ये कहा था कि आपलोग इस हड़ताल को सफल बनाए उसके बाद किसी भी सूरत में हमलोग वेज रिविज़न 15/35/9 से कम पर हम हताक्षर नहीं करेंगे और 01 जनवरी 2017 से फूल एरीयर भी दिलवाएँगे । ये एनजेसीएस यूनियन के नेतागण प्रबंधन के साथ मिली भगत कर कर्मियों को छला है और इसलिए आज संघ प्रबंधन के साथ साथ इन एनजेसीएस यूनियन के नेतागण का भी पुतला दहन कर रही है । आगे अगर प्रबंधन जल्द से जल्द रणधीर का स्थानांतरण वापस नहीं लेती तो तीन दिवसीय हड़ताल होकर रहेगा।
इस अवसर पर वरीय संयुक्त महामंत्री मितेश कुमार, संयुक्त महामंत्री सुरेन्द्र महतो, मुकेश सिंह, आर के पाण्डेय, उपकोषाध्यक्ष एस के सिंह, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, अमित कुमार, दिलीप कुमार, सुशील कुमार, शिव बहादुर राम, नबनांदेश्वर हेंबरम, ललित उराओं, राजीव तामूडीया, महेंद्र राम, बिनोद राम, मंतोष पासवान, बहलाल मांझी, लोचन पाल सिंह, बीपुल कुमार, सत्यनारायन ठाकूर, अबधेश गोराइन, घनश्याम प्रजापति, भीम महतो, बिकश महतो, उत्तम कुमार, बालेश्वर प्रसाद, दिनेश मांझी, दुर्गा मांझी, लोबिन मांझी, राम कुमार मूर्मु, सुखलाल, बिरसा आदि मौजूद रहे ।