Bokaro: विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर बुधवार को सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली कैंप-2 स्थित सिविल सर्जन कार्यालय से शुरू होकर समाहरणालय परिसर, चास चेकपोस्ट होते हुए पुनः कार्यालय परिसर में समाप्त हुई। इस अवसर पर उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ. एन.पी. सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक रवि शंकर, डीपीसी आशीष डीन, जिला लेखा प्रबंधक कंचन और तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पदाधिकारी मो. असलम उपस्थित थे।
खुलकर बातचीत से टल सकती है आत्महत्या
डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने कहा कि युवाओं में सड़क दुर्घटनाओं के बाद आत्महत्या मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि आम धारणा के विपरीत आत्महत्या को रोका जा सकता है। समस्याओं पर खुलकर बातचीत और उन्हें साझा करने से बड़ी संख्या में जानें बचाई जा सकती हैं।

चेतावनी संकेतों को पहचानना जरूरी
सदर अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. प्रशांत कुमार मिश्रा ने आत्महत्या के लक्षणों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निराशा, परिवार से दूरी, चिड़चिड़ापन, प्रिय वस्तुओं को दूसरों को सौंपना जैसे संकेत दिखने पर परिवार को सतर्क होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025-26 में जिले में 23 लोगों को परामर्श सेवाएं दी गई हैं, जिनमें छह में सुधार हुआ है। इच्छुक लोग सदर अस्पताल के ओपीडी-8 या टेलीमानस हेल्पलाइन 14416 से संपर्क कर सकते हैं।
सामुदायिक सहभागिता
कार्यक्रम में मुकेश कुमार, आरती कुमारी, मिश्रा छोटेलाल दास, असीम कुमार और शहरी सहिया भी शामिल हुए।
