Bokaro: छठ महापर्व के चौथे और अंतिम दिन जिले में श्रद्धालुओं ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण कर इस महापर्व का समापन किया। यह चार दिवसीय पर्व श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बना, जिसमें भक्तों ने पूरी निष्ठा से व्रत किया। अर्घ्य देने के साथ ही व्रतिों का 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त हुआ, और उनके चेहरों पर संतोष और श्रद्धा की झलक देखने को मिली।
सौहार्द और शांति के वातावरण में सम्पन्न हुआ महापर्व
बोकारो जिले में छठ पर्व का आयोजन पूरी शांति और सौहार्द के वातावरण में संपन्न हुआ। हर घाट पर भक्तों की भीड़ थी, जहाँ परिवारजन और समुदाय ने एक साथ इस महापर्व का पालन किया। श्रद्धालुओं ने पूरी भक्ति से सभी विधियों का पालन किया और इस महापर्व को श्रद्धापूर्वक पूरा किया।
बोकारो में प्रमुख छठ घाटों की तैयारियां
बोकारो में छठ पूजा के लिए कई प्रमुख घाट तैयार किए गए थे, जिनमें सेक्टर 1-सी तालाब, सेक्टर 4 का सूर्य सरोवर, जगन्नाथ मंदिर तालाब, तिरंगा पार्क, अयप्पा मंदिर के पास स्थित तालाब, कूलिंग पोंड, सिटी पार्क, टू टैंक गार्डन, गरगा पुल, बारी कोआपरेटिव और अन्य शामिल हैं। इसके अलावा, सेक्टर 12 में गरगा नदी, सेक्टर 6 स्थित घाट और गरगा डैम भी श्रद्धालुओं के प्रमुख स्थल बने। ये घाट न केवल सजावट और व्यवस्था के दृष्टिकोण से आकर्षक थे, बल्कि भक्तों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया था।
Bokaro: अस्ताचलगामी सूर्य को अर्पित हुआ पहला अर्घ्य, छठ घाटों पर दिखी श्रद्धालुओं की भारी भीड़