Bokaro: बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) के डॉक्टरों ने एक 32 वर्षीय आदमी के कटे हुए ऊँगली को वापस जोड़कर कमाल का काम किया है। बताया जा रहा है कि प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों को उस कटी हुई ऊँगली के हड्डियों और माँसपेशियो को जोड़ने में तीन घंटे लगे। सर्जरी के 48 घण्टे बीतने के बाद आज गुरुवार को उस कटे हुए ऊँगली में वापस जान आ गई। इससे मरीज और उसके घरवाले काफी खुश गए।चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, बीएसएल, मणिकांत धान ने बताया कि 2 अगस्त की दोपहर को चास निवासी नितेश कुमार कटी हुई तर्जनी अंगुली लिए अपने दोस्तों के साथ बीजीएच पंहुचा। ऊँगली पूरी तरह कट कर मांस के अंतिम सिरे से झूल रही थी। उसके दोस्तों ने डॉक्टरों को बताया कि घास काटने वाले ब्लेड से उसकी ऊँगली कट गई है। उसे आकस्मिक विभाग मे भर्ती कर लिया गया और हड्डी रोग विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया।
Reimplantation सर्जरी कर बचाया अंग –
कटे ऊँगली को जोड़ने की जटिलता को भांप कर डॉक्टरो ने रोगी को प्लास्टिक सर्जरी विभाग भेजा। जहां मामले की गंभीरता को देखते हुए मरीज को तुरंत सर्जरी के लिए तैयार किया गया। बोकारो जनरल अस्पताल में डॉक्टरों की टीम द्वारा पुन:प्रत्यारोपण (Reimplantation) सर्जरी शुरू की गई। जिसमें डॉ अनिंद मंडल (एचओडी), डॉ अभिषेक खालखो, डॉ आकाश दास के साथ एनेस्थेटिस्ट डॉ. ए.के. दाम (एचओडी) डॉ. पी. के. द्विवेदी और अन्य डॉक्टर्स और स्टाफ शामिल थे।
मणिकांत धान ने बताया कि ऑपरेशन की प्रक्रिया करीब तीन घंटे तक चली। सर्जरी सफल रही। अन्य उंगलियों की तुलना में अब उस कटी हुई ऊँगली में भी सामान्य ऑक्सीजन संतृप्ति (oxygen saturation) हो रहा है। रोगी और उसके घरवाले बहुत संतुष्ट हैं क्योंकि उसकी अंगुली कटने से बच गई।”
6 घंटे पहले अगर कटे अंग की सर्जरी हो जाये, तो बच सकता –
बीजीएच के डॉक्टर ने कहा कि शरीर के बाहरी अंग को कोई चोट लगने पर अंग को संभालना न भूलें। उस अंग को सूखी ठंडी अवस्था में संरक्षित करने का प्रयास करें। अस्पातल जहां पुनर्निर्माण सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो वहा शीघ्र पहुंचे, क्योंकि उन परिस्थितियो मे हर पल कीमती है। हाथ-पैर, ऊँगली आदि कोई अंग अगर कट जाये और 6 घंटे पहले उसकी सर्जरी हो जाएं तो उस अंग के बचने की काफी सम्भावना रहती है।