Bokaro: बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर दो स्थित गुरुद्वारा में गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश उत्सव मनाया गया। गुरुद्वारा के सचिव गुरमेल सिंह ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब सिख समुदाय के लोगों का प्रमुख धर्मग्रंथ है। सिख समुदाय के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी ने इसका संपादन किया था।
अमृतसर के हरिमंदिर साहिब में अगस्त 1904 को गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश उत्सव मनाया गया था। यह दार्शनिकता, भाषायी अभिव्यक्ति व संदेश की दृष्टि से विशिष्ट है। इसमें सिख गुरुओं के उपदेश समाहित हैं। कहा कि गुरुवाणी के अनुरुप कर्म के आधार पर ही मानव महत्व पाता है।
इसमें मधुर वाणी व विनम्रता से मानव हृदय को जीतने का संदेश दिया गया है। अध्यक्ष सुरजीत सिंह व जीजीइएस के सचिव सुरेंद्र पाल सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सिख समुदाय के लोगों ने गुरुद्वारा में शीश नवाया। सुरजीत सिंह पोनटा साहिब वाले ने शबद-कीर्तन के माध्यम से गुरु की महिमा का गुणगान किया। इस दौरान वातावरण में भक्तिरस का समावेश हो गया।
अंत में लोगों ने लंगर छका। मौके पर इकबाल सिंह, हरदेव सिंह, राम सिंह, हरदीप सिंह, अमन सिंह, दीपा सिंह, देवेंदर सिंह, प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।
चास गुरुद्वारा में भी मनाया गया गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व
चास गुरुद्वारा में भी गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व मनाया गया। श्रद्धालुओं ने शबद-कीर्तन के जरिए गुरु की महिमा का बखान किया। अंत में लोगों ने लंगर छका। मौके पर उमेश सिंह, हरपाल सिंह के अलावा सिख समुदाय के लोग उपस्थित थे।