Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) में गुरुवार को आरएमएचपी विभाग में एक सीनियर ऑपरेटर की रहस्यमई मौत ने प्रबंधन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। बीएसएल प्रबंधन मौत के कारणों के बारे में कुछ भी बताने से कतरा रहा है। ट्रेड यूनियन के लीडरों ने इस घटना का कारण संयंत्र के अंदर सुरक्षा मानकों में घोर लापरवाही बताया है।
चीफ ऑफ कम्युनिकेशन, बीएसएल, मणिकांत धान ने बताया कि मृतक की पहचान लालजी रजवार के रूप में हुई है। वह सीनियर ऑपरेटर के पद पर संयंत्र के आरएमएचपी विभाग में कार्यरत थे। घटना के समय वह टिप्पलर संख्या 4 में वैगन के डी-कपलिंग के कार्य के दौरान टिप्लर टेबल पर गिरे हुए पाए गए. उन्हें तुरन्त प्लांट मेडिकल ले जाया गया जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया. उन्होंने बताया कि रजवार ए शिफ्ट की ड्यूटी में थे. घटना लगभग 1.35 में हुई है.
क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एच एम एस) के महामंत्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने आज आर एम एच पी (RMHP)मे हुई दुर्घटना का कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि बोकारो स्टील प्रबंधन के नकारात्मक रवैये एवम् सुरक्षा की धोर अनदेखी के कारण भारत का गौरवशाली प्लांट मौत का पर्याय बन चुका है।
सिंह ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि बोकारो इस्पात प्रबंधन सिर्फ मृतक के आश्रित को नियोजन देकर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती है बल्कि दिवंगत लालजी रजवार के कार्य को देखने वाले अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय करें और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
Kims के महासचिव संग्राम सिंह ने भी इस घटना के लिए बीएसएल प्रबंधन को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने प्रबंधन से मांग करते हुए कहा कि इस घटना में अधिकारियों पर जिम्मेवारी फिक्स करें। नहीं तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे।