बोकारो के सेक्टर 12-D स्थित रणविजय कॉलेज की बाउंड्री के पीछे बनी विशाल लेबर कॉलोनी, जिसे हाल ही में बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन ने अवैध घोषित किया है, BSL की बेजोड़ कार्यप्रणाली और अलौकिक प्रशासनिक कुशलता का जीवंत उदाहरण है। इस घटना और BSL की अद्वितीय कार्यशैली ने महारत्न कंपनी SAIL के नंबर-1 बनने के दावे पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। स्थानीय लोग भी इस मामले में विभागीय अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। बीएसएल के कर्मचारी दबी जुबान में कह रहे है कि अगर ऐसा कोई मामला प्लांट के अंदर होता तो कोई न कोई नप जाता है, बाहर है तो सब माफ़ है। BSL के नगर प्रशासन की गहरी अनदेखी, KMV Projects के जमीन आवंटन से जुड़े प्रयास और…पढ़े इस खबर में…..BSL प्रबंधन ने दिया खाली करने का नोटिस
सेक्टर 12-D में मेडिकल कॉलेज की बाउंड्री से सटे बीएसएल की करीब 2-3 एकड़ जमीन पर बनी इस लेबर कॉलोनी को हाल ही में अवैध घोषित किया गया। मंगलवार को बीएसएल प्रबंधन के निर्देश पर नगर प्रशासन विभाग ने नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर कॉलोनी खाली करने का आदेश दिया। नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि तय समय सीमा के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो नगर प्रशासन द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1xमेडिकल कॉलेज निर्माण कंपनी का खुलासा
बीएसएल के नगर प्रशासन द्वारा नोटिस चिपकाये जाने के बाद मामले से पर्दा हटा। मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य की जिम्मेदारी संभाल रही कंपनी KMV Projects ने बीएसएल के टॉप मैनेजमेंट के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि उन्होंने न तो कोई अतिक्रमण किया है और न ही गुपचुप तरीके से यह कॉलोनी बसाई है। KMV Projects के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बीएसएल के नगर प्रसाशन के महाप्रबंधक (LRA Dept) को पत्र लिखकर 1.8 एकड़ भूमि को अस्थायी लाइसेंस पर देने की अनुमति मांगी थी, ताकि उनके श्रमिकों के लिए अस्थायी कैंप बनाया जा सके। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1xKMV Projects ने पेश किए आधिकारिक पत्र
KMV Projects ने बीएसएल के साथ-साथ झारखंड भवन निर्माण निगम लिमिटेड को भेजे गए पत्र भी प्रस्तुत किए, जिनमें उन्होंने तीन वर्षों के लिए वाजिब दरों पर अस्थायी लीज-लाइसेंस की मांग की थी। हालांकि, बीएसएल के संबंधित अधिकारियों ने इस अनुरोध पत्र को न तो औपचारिक रूप से मंजूरी दी और न ही इसे अस्वीकार किया। जाने क्यों, बीच में लटका कर रखा। दूसरी ओर, बिना आधिकारिक स्वीकृति के ही यह लेबर कॉलोनी तैयार हो गई। अब, जब यह मामला उजागर हुआ, तो बीएसएल के नगर प्रशासन विभाग ने इसे अवैध घोषित कर दिया।
एक साल पहले भेजे गए थे अनुरोध पत्र
सूत्रों के अनुसार, KMV Projects Limited ने पहली बार 11 मार्च 2024 को बीएसएल के नगर प्रसाशन के महाप्रबंधक (LRA) को अनुरोध पत्र दिया, जिसकी प्राप्ति भी दर्ज की गई थी। पत्र दिए जाने के बाद, मामला छह महीने तक लटका रहा। कंपनी ने छह महीने तक इंतजार किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर 30 सितंबर 2024 को फिर से बीएसएल को पत्र लिखा। लेकिन इस बार, अधिशासी निदेशक (HR) और डायरेक्टर इंचार्ज को कॉपी भेजते हुए सीजीएम को पत्र भेजा गया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Bokaro Steel ने सेक्टर 12 में बनी लेबर कॉलोनी को बताया ‘अवैध’, खाली करने का नोटिस
जब इस पत्र का भी कोई जवाब नहीं मिला, तो 26 अक्टूबर 2024 को KMV Projects ने झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंधक सह कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा। जिसके बाद, बोकारो के भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने KMV Projects के लेबर कैंप के लिए भूमि अलॉटमेंट का अनुरोध करते हुए बीएसएल के अधिशासी निदेशक (HR) को आधिकारिक पत्र के साथ भूमि का चिन्हित नक्शा भी भेजा। परंतु फिर बीएसएल के सम्बंधित विभाग ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद, बीएसएल के उसी जमीन पर लेबर कॉलोनी बनकर तैयार हो गई। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
अब बड़ा सवाल: जिम्मेदारी किसकी ?
अब, जब बीएसएल ने इस कॉलोनी को अवैध घोषित कर दिया है, तो सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार इस पूरी प्रक्रिया में चूक कहां हुई ? यदि बीएसएल का नगर प्रशासन पहले ही इस अनुरोध पत्र पर उचित निर्णय ले लेता, तो यह विवाद उत्पन्न ही नहीं होता। यह घटना बीएसएल के नगर प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अब देखना यह होगा कि आगे इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और क्या बीएसएल प्रबंधन इस पर कोई ठोस कदम उठाता है या नहीं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Content of the letter given to GM LRA Department of BSL by the KMV Projects on 11 March 2024
“We hope this letter finds you well. We are writing to formally request for providing land from Steel Authority of India Limited (SAIL) for the purpose of supporting staff accommodation for aforesaid project of construction of 500 Bedded New Medical College and Hospital at Bokaro. As you may be aware that our organization KMV projects Limited has been awarded this Project in Bokaro Steel City, Sector-12.
KMV Projects limited is committed to provide suitable accommodation for construction workers. After careful consideration, we have identified your (Steel Authority of India Limited (SAIL) land as a potential site that meets our requirements, This land location is sector-12, back side of RVS college, approx Land Area is 50mtr * 150mtrs (1.8 Acres only). Detailed supporting layout is attached along with this Letter. So kindly arrange Land for 3 years which will help us for the said purpose.
We look forward for your support on this important initiative.“
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