Bokaro: गोमिया प्रखण्ड अंतर्गत सियारी पंचायत के संताली बहुल गांव बिरहोर डेरा मे सड़क नहीं होने का मर्म गाँव वालों को अक्सर झेलना पड़ता है। प्रसव पीड़ा मे तड़प रही एक महिला को ग्रामीण खाट मे टांग कर तीन किलोमीटर पैदल चले। वहां से निजी वाहन से उसे रामगढ़ ले जाया जा रहा था।
इसी दौरान ललपनिया के तिलैया के समीप महिला ने वाहन में ही बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद परिजन उसे घर ले आये। पर घर पर बच्चा नहीं बच सका।
महिला तालो मांझी को पहले से ही दो बच्चे हैं। उसके पति संजय किस्कू रोजगार की तलाश में मुंबई गया हुआ है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को अपराह्न करीब तीन बजे बिरहोर डेरा गांव निवासी तालो मांझी को प्रसव पीड़ा से बेचैन हो उठी। जब पड़ोस के लोगों को पता चला तो 108 एंबुलेंस को फोन किया। लेकिन सड़क के आभाव में वह वहां नहीं पहुँच सकती थी।
गांव आने के लिए सड़क नहीं होने से ग्रामीण आनन-फानन में खाट पर टांग कर महिला को बोकारो नदी पार कर करीब तीन किमी दूर टुटी झरना के पास ले आये। वहां से इलाज के लिए निजी वाहन से बाहर ले गये।