Bokaro: एक बार भी फिर अपनी मांगो और हक़ के लिए विस्थापित जुटने लगे है। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) से सटे 19 गांव को पंचायत का दर्ज़ा प्राप्त नहीं होने के चलते विस्थापितों को काफी पीड़ा हो रही है। विकास तो प्रभावित हो ही रहा है, आय और दूसरे प्रमाण पत्रों को बनवाने में नौजवानो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन सब परेशानियों से निजाद पाने के लिए विस्थापित सरकार से उम्मीद लगाए बैठे है।
सरकार का ध्यान अपनी परेशानियों की ओर आकृष्ट कराने के लिए, विस्थापित फिर से धरना-प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो रहे है। बोकारो ग्रामीण रैयत अधिकार मोर्चा ने आने वाले 10 तारीख को उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना देने की घोषणा की है।
इसको लेकर उत्तरी क्षेत्र में बैदमारा बास्तेजी के हाइवे किनारे स्थित सरजमीन पर मीटिंग हुई। जिसमे मुख्य रूप से मधुडीह, धनघरी, बैदमारा, कनफट्टा,बेलडीह,बास्तेजी, पंचोरा इत्यादि ग्राम के सक्रिय ग्रामीणों की भागीदारी रही।
ग्रामीण बैठक में इन चार मुद्दों पर चर्चा किये –
1. प्रस्तावित पंचायत कुण्डौरी, पंचौरा, महेशपुर, महुवार उत्तरी, महुआर दक्षिणी एवं बैधमारा को पंचायत चुनाव कराया जाय साथ ही बनशिमली एवं श्यामपूर को गठित पंचायत में जोड़ा जाय।
2. हमारे जमीन का रसीद काटना अविलंब चालू किया जाय।
3. 20 रैयति गॉवों के आदिवासी/ मूल- निवासियो का अनुमण्डल एवं उपायुक्त स्तरीय जाति , आवासीय एवं आय प्रमाण-पत्र अविलंब बनाया जाय।
4. कानूनी प्रक्रिया पूरी किये बगैर ही 20 गॉव को भारत के मानचित्र से कैसे गायब किया गया एवं अतिक्रमणकारी कैसे घोषित किया गया? जबकि 20 गांव अब भी रैयत के भौतिक कब्जे में है? इससंबंध मे
दस्तावेज पेश की जाय।
कुछ महीनो पूर्व रेलवे ने प्रसाशन की मदद से धनगड़ी बस्ती में कई गांववालो के घर यह कहते हुए उजाड़ दिए की उनलोगो ने अतिक्रमण किया है। इस घटना से इन 19 गांव में रहने वाले लोगो को बेहद पीड़ा हुई है। उनका कहना है कि हम लोग पुस्त दर पुस्त 200 साल से ऊपर से रह रहे है। हमने अपनी जमीन बीएसएल प्लांट लगाने को दिया और हम ही अतिक्रमणकारी हो गए। इस घटना के बाद से इन गांव के लोगो ने बीएसएल और रेलवे से उस इलाके के जमीन से जुड़े उनके मालिकाना सम्बंधित कागज़ दिखाने की मांग कर रहे है।
मौके पर मोहम्मद कमालुद्दीन अंसारी, मो.इस्तियाक,बिनोद राय,संतोष सिंह,मदन किस्कू, भीम रजक, उत्तम गोस्वामी,बासुदेव महतो,जलील राय,अशोक कु. राय,भोला डे,हरे कृष्ण डे,इम्तियाज अंसारी,दुर्गा प्रसाद राय,रुस्तम अली,सुरेंद्र सोरेन,चिंतावन सिंह,फिरोज अंसारी,बबलू सिंह,संतोष मुर्मू,गुही राम महली,सब्बीर अंसारी,मोहन महतो, कलीम अंसारी, मुची सिंह,अजय राय,दीपक कुमार,सकलेन इमाम,लखीराम मांझी,डोमन मांझी,सुभाष चंद्र राय,वसीम अकरम,मेधलाल राय,वंशीधर सिंह,सुभाष कुमार सिंह,शंकर सोरेन,नारायण राय,दुर्गा चंद्र राय,बुधु सिंह,बालेश्वर हेंब्रम,अनिल हेंब्रम, बुचा मांझी हाडम,सागर तुरी, कृष्णा सिंह,समीउल्लाह,शहादत,जमील हसन इत्यादि उपस्थित रहे।