Bokaro: बोकारो की कंपनी हो या लोग हर जगह अपनी पहचान बनाये हुए है। अपने शहर की इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म ‘कमलादित्य कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ ने देश की राजधानी दिल्ली में झंडा गाड़ा है। बताया जा रहा है कि बोकारो की ‘कमलादित्य कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ ने उपराष्ट्रपति भवन (Vice President Enclave) के निर्माण और रखरखाव का ठेका हासिल कर लिया है।
यह ठेका बोकारो की इस कंपनी को सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत मिला है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के बोली दस्तावेजों के मुताबिक बोकारो स्थित इस फर्म ने बोली में करीब 206 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, जो अनुमानित लागत से 3.52 फीसदी कम है। दस्तावेजों से पता चलता है कि पांच अन्य निर्माण फर्मों ने अनुमानित लागत से 2.80 प्रतिशत से 25.57 प्रतिशत अधिक बोली लगाई थी।
कमलादित्य कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का हेड ऑफिस झारखंड के बोकारो स्टील सिटी में है। बोकारो में इस कंपनी का सिटी सेंटर स्तिथ होटल भी है।
प्रस्तावित उपराष्ट्रपति एन्क्लेव दिल्ली की नॉर्थ ब्लॉक और राष्ट्रपति भवन के बगल में बनेगा। जिसके लिए सीपीडब्ल्यूडी ने लगभग 214 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया था। इस परियोजना में उपराष्ट्रपति का आवास और एक सचिवालय का निर्माण शामिल है। जिसकी अगले महीने शुरू होने और 10 महीनों में खत्म होने की उम्मीद है।
पिछले महीने इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट के पहले तीन भवनों के निर्माण और रखरखाव के लिए टेंडर का काम लिया था। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड एक नए संसद भवन का निर्माण कर रहा है। जबकि शापूरजी पालनजी एंड कंपनी लिमिटेड राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास कार्य को अंजाम दे रहा है।
इन सब बड़ी कंपनियों की बीच बोकारो की इस फर्म ने अपना झंडा गाड़ा है।