Bokaro: यह शहर अपने स्कूलो और शिक्षा के बेहतर माहौल के लिए पिछले कई दशकों से विख्यात है। अच्छे रिजल्ट के साथ-साथ यहां के स्कूल, बच्चो में अच्छे संस्कार डालने के लिए भी जाने जाते हैं। बोकारो के प्रख्यात स्कूलों में एक चिन्मय विद्यालय में सोमवार को काफी संख्या में बच्चो ने अपनी माताओ की पूजा कर उनसे आशीर्वाद लिया।
चिन्मय विद्यालय के बच्चो को मातृ पूजन करना सिखाया गया। विद्यालय प्रागण में बच्चे नीचे बैठ कर अपनी माताओ की विधिवत पूजा किये, जैसे मंदिर में देवी-देवताओ की स्तुति और पूजा की जाती है। मातृ पूजन से जहां एक तरफ बच्चो में अपने माता-पिता के प्रति अटूट आदर, सम्मान और प्यार के भाव को अलंकृत किया गया, वहीं माताओ के लिए यह पल अभिभूत कर देने वाला था।
चिन्मय विद्यालय के तपोवन सभागार में मातृ पूजा का आयोजन चिन्मय मिशन चास की आवासीय आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंदा के मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। मातृ पूजा में विद्यालय के कक्षा चतुर्थ एवम पांचवी के छात्र छात्राओं एवम उनके जननी ने भाग लिया।
स्वामिनी संयुक्तानंदा के मार्गदर्शन में सभी बच्चों ने अपनी माताश्री के चरणों का विधिवत पूजा अर्चना की एवम उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामिनी ने पूजा के दौरान कहा कि आज के समय मे बच्चों में बचपन से ही अच्छे संस्कार देने की परम् आवश्यकता है। जो इंसान अपनी माता सेवा निःस्वार्थ भाव से करेगा जीवन मे उसे तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता है।
उन्होंने सभी बच्चों को आशीर्वाद दिया एवम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इसी क्रम में आज चिन्मय मिशन द्वारा आयोजित गीता पाठ प्रतियोगिता के विजेता छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया। विजेता छात्र छत्राओं में ज्ञाना श्री, सौम्या कुमारी सिंह, हर्षिता आर्या, तेजस कुमार मिश्रा, अनन्या दुबे, अंशित कुमार, वनिशा सृष्टि, इशिता एवम ओम मिश्रा शामिल थे।