Bokaro: बोकारो रेलवे स्टेशन में तैनात रेलवे प्रोटेक्शन फाॅर्स (RPF) की महिला कांस्टेबल और दरोगा आजकल खूब चर्चे में है. इनकी पैनी नजर की हर जगह तारीफ हो रही है. लोग कह रहे है कि भले ही सीसीटीवी से कोई बच सकता है पर इनकी नजर से बच पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. पूरा बोकारो रेलवे स्टेशन इनकी निगरानी में है. इनके काबिलियत के क़िस्से रेलवे अधिकारी से लेकर ट्रैन और स्टेशन में सामान बेचने वाले वेंडरों के जुबान पर है.
ट्रैन में शराब लेकर जाने वाले यात्रियों के लिए जहां यह वर्दीधारी महिलाये लेडी सिंघम है, वहीं घर से भागकर स्टेशन पहुंचे नाबालिग बच्चों के लिए किसी बड़ी बहन से कम नहीं. पिछले 12 महीनों में इन्होंने 57 नाबालिग लड़के-लड़कियों को बचाया है. इनमें अधिकतर माता-पिता से नाराज हो घर से भाग कर दूसरे शहर जाने के लोए स्टेशन पहुंचे थे. कुछ ऐसे भी थे जो प्यार के चक्कर में पड़कर भाग रहे थे. इन बच्चों को इन महिला पुलिस कर्मियों ने न सिर्फ समझा-बुझाक्रर वापस घर भेजा, बल्कि इनको सही रास्ते में लाने के लिए उनकी कॉउन्सिलिंग भी की.
यही नहीं मानव तस्करी मामले में इन्होंने कई लड़कियों को छुड़ाया भी है. पिछले वर्ष आरपीएफ पोस्ट की यह महिला अधिकारी एवं कांस्टेबल ने मानव तस्करी के एक मामले में 17 लड़कियों को छुड़ाया है. जिनमें से 15 लड़किया नाबालिग थी। एक तस्कर की गिरफ्तारी भी हुई थी. इसके अलावा स्टेशन और ट्रैन में छापा मारकर कई लोगो को पकड़ा और 170 विभिन्न ब्रांडों की बोतल जप्त की है. इनके सफलताओ के किस्सों में सबसे अधिक ‘ऑपरेशन सेवा’ चर्चित है. जिसके तहत इन्होंने पुरे एक साल में ट्रैन और स्टेशन में 45 यात्रियों को चिकित्सा सहायता पहुंचाकर उनकी सेवा की है.
इसके अलावा ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत कई यात्रियों के छूटे या भूले हुए सामानों को उनको वापस भी लौटाया है. बताया जा रहा है कि बोकारो रेलवे स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट में कुल 2 महिला एसआई और 31 महिला कांस्टेबल तैनात हैं। जिनमें सबसे ज्यादा नौ समर्पित महिला वर्दीधारी यह हैं:
1) देवमुनि कुमारी
2) रूण मंडल
3) शिवानी पवार
4) अनन्या सिंह
5) खुसबू कुमारी
6) मनीषा कुमारी
7) काजल कुमारी।
8) पुष्पा रानी।
9) अंजली कुमारी।