Bokaro: बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) का नाम अब देश के उन गिने-चुने अस्पतालों में शामिल हो गया है, जहां रीढ़ की हड्डी (Spine) की सबसे आधुनिक वर्टेब्रल बॉडी स्टेंटिंग (Stentoplasty) सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी की शुरुआत बीजीएच के न्यूरोसर्जरी विभाग ने अपने ही अस्पताल के 51 वर्षीय डॉक्टर पर सफलतापूर्वक कर के किया। उक्त डॉक्टर की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था।
स्टेंटोप्लास्टी, या वर्टेब्रल बॉडी स्टेंटिंग, आज के ज़माने की सबसे आधुनिक सर्जरी है। जो फिलहाल देश के गिने-चुने अस्पताल में ही हो रही है। इस सर्जरी में अपनी टीम का नेतृत्व करने वाले प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ. आनंद कुमार ने कहा, स्टंटोप्लास्टी एक महत्वपूर्ण और प्रभावी उपचार है। उक्त मरीज गंभीर पीठ दर्द के साथ बीजीएच में भर्ती हुआ था। डॉक्टरों ने जांचोपरांत उसके रीढ़ की हड्डी के डी12 कशेरुकाओं (Vertebral) में फ्रैक्चर पाया।
रीढ़ की हड्डी की चोट से हो सकता था परैलिसिस-
डॉ आनंद ने बताया कि मानव के रीढ़ की हड्डी सेंट्रल नर्व को नियंत्रित करने वाला हिस्सा है, जो मोटी कशेरुक (वेर्टेब्रे) के नीचे होता है। यह निश्चित रूप से सुरक्षा के दृष्टिकोण से होता है, क्योंकि स्पाइनल कॉर्ड में चोट के कारण परैलिसिस हो सकता है। डिस्क स्तर से स्पाइनल कॉर्ड नर्व रूट्स (nerve roots) से जुड़ा होता है जो पूरे शरीर में संवेदना और गतिविधि को संचारित करता है। रीढ़ की हड्डी में कुल 24 कशेरुक (वेर्टेब्रे) हैं।
सर्जरी के दो दिन बाद मरीज की अस्पताल से छुट्टी-
बताया गया कि उक्त मरीज की यात्रा के दौरान एयरपोर्ट में फिसलने से रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लग गई थी। वह असहनीय दर्द और पीड़ा में बीजीएच पहुंचे। रोगी ने कहा “मेरी सर्जरी 1 फरवरी को हुई थी और मुझे दो दिनों के बाद रिहा कर दिया गया था, चुकी यह अपनी तरह की लेटेस्ट सर्जरी थी न्यूरोसर्जन ने लगभग 50 दिनों तक क्लोज ऑब्जरवेशन में रखा गया। अब मैं पूर्णतः स्वस्थ हो गया हूं और पहले की तरह हर काम करने लगा हूँ। ”
डॉ आनंद ने कहा कि, “यह नवीनतम तकनीक है और बीजीएच में इस तरह की सर्जरी पहली बार की गई है। चूंकि यह एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी थी, इसलिए इसमें बहुत अधिक एकाग्रता की आवश्यकता थी। सर्जरी में करीब 3 घंटे लगे। उस सर्जरी के बाद मरीज की तेजी से रिकवरी होती है। बिस्तर पर पड़ा मरीज सर्जरी के एक ही दिन बाद ही बैठने में सक्षम हो जाता हैं।
देश की तीसरी सर्जरी बीजीएच में –
न्यूरोसर्जन ने कहा, “इम्प्लांट प्रदाता जॉनसन एंड जॉनसन ने दावा किया कि बीजीएच में की गई वर्टेब्रल बॉडी स्टेंटिंग (स्टेंटोप्लास्टी) देश में विशेष रूप से पूर्वी भारत की तीसरी सर्जरी थी।” स्टेंटोप्लास्टी में एक टाइटेनियम एक्सपेंडेबल केज को रोगी के टूटे हुए कशेरुकाओं में डाला जाता है। टाइटेनियम केज को कशेरुकाओं (वर्टेब्रल बॉडी) में डाला जाता है और इसके अंदर विस्तारित किया जाता है। इस तरह से टूटी हुई हड्डी को उठा लिया जाता है। और फिर टाइटेनियम केज को अंदर छोड़ दिया जाता है और बोन सीमेंट से भर दिया जाता है।
बीएसएल से ऐसे मिला सहयोग, यह थे सर्जरी टीम में –
बीजीएच (BGH), बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा चलाया जाता है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की एक इकाई है। निदेशक प्रभारी, बीएसएल, अमरेंदु प्रकाश, बीजीएच के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बीबी करुणामय और वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सर्जरी के सफल होने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने सर्जरी के लिए महत्वपूर्ण और महंगे इम्प्लांट किट खरीदने की स्वीकृति दी। सर्जरी टीम में न्यूरोसर्जरी, एनेस्थिसियोलॉजी और रेडियोलॉजी के डॉ ए के दाम, डॉ निधि, डॉ प्रियंका, डॉ यु एस राम, डॉ मोहित, डॉ पूजा स्टाफ नर्स सीमा, तकनीशियन हुसैन आदि शामिल थे।
Spinal fractures are operated by two methods –
1. Open surgery – where you give a long cut to access the vertebra.
2. Minimally invasive surgery where we put large bore type needles through skin no cut is required or may be 3 MM cut – there are three procedures-
A. Vertebroplasty
B . Kyphoplasty
C. Stentoplasty ( latest)