Bokaro: ज़िले में चास नगर निगम का चुनाव होने वाला है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले में वोटर को आधार कार्ड से लिंक करने का काम चल रहा है। इसी बीच चास अंचल कार्यालय में हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र को जला देने की खबर पर चर्चा गर्म है। लोग तरह-तरह की बातें कर रहे है। Video में देखे :
दिवाली के सफाई के नाम पर वोटर आईडी जलाना कितना कानून सम्मत है यह तो ज़िले प्रसाशन के उच्च अधिकारी और इलेक्शन कमीशन (Election Commission) ही जाने, पर उसी जलावन में कई ऐसे वोटर आईडी कार्ड थे जो नहीं जले और खुले में पड़े हुए है। जिसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। पर अधिकारियो या कर्मियों नजरअंदाज किये हुए है।
बताया जा रहा है कि सफाई के नाम पर हजारों मतदाता पहचान पत्र को जला दिया गया है। जहां वोटर कार्ड जलाया गया हैं वहां नशेड़ी गांजा और शराब पीने के लिए बैठते हैं। बचे हुए वोटर कार्ड का उपयोग आग जलाने के लिए करते हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता पहचान पत्र का महत्व एवं उपयोग: मतदाता पहचान पत्र का उपयोग पेंशन से लेकर कई सरकारी कार्यों में किया जाता है। एक कार्ड के बनवाने से लेकर वितरण तक की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बीएलओ से लेकर तमाम संसाधन का उपयोग किया जाता है। वहीं दूसरी ओर आम लोग मतदाता कार्ड बनवाने के लिए परेशान होते हैं। इधर – उधर भटकते रहते हैं।
पर चास अंचल कार्यालय में कर्मचारियों को न तो चुनाव की महत्ता का ध्यान है और न ही निर्वाचन संबंधी कागजात पर नजर रखा जाता है। विवेक सुमन , जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी , बोकारो ने कहा – मतदाता पहचान पत्र वितरण के लिए दिया जाता है। मतदाता पहचान पत्र को नष्ट करने की सूचना उन्हें नहीं है , जहां भी ऐसा हुआ है संबंधित से कारण पृच्छा करते हुए अग्रेतर कार्रवाई के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी को सूचित किया जाएगा ।
Source: Dainik Jagran