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कुर्सी की पेटी बांध लीजिए… बोकारो एयरपोर्ट पर सियासी मौसम बिगड़ चुका है! JMM-BJP की टक्कर तेज


बोकारो एयरपोर्ट में देरी को लेकर जिले में सियासी घमासान तेज हो गया है। JMM ने केंद्र सरकार, SAIL और सांसद ढुलू महतो पर धनबाद को प्राथमिकता देने और लाइसेंस प्रक्रिया में ‘जानबूझकर’ देरी का आरोप लगाया, जबकि BJP ने राज्य सरकार को दोषी ठहराया। झामुमो ने आज बोकारो एयरपोर्ट से जुड़े मुद्दे पर सर्किट हाउस में बैठक की, वहीं दूसरी ओर बोकारो के पूर्व विधायक बिरंची नारायण भी सक्रिय होकर मैदान में उतर आए हैं। आरोप-प्रत्यारोप से मामला गर्मा गया है। एयरपोर्ट का मुद्दा अब जनता की उम्मीदों से जुड़ चुका है। जानिए कैसे राजनीति के बीच फंसा है बोकारो का हवाई सपना….

एयरपोर्ट की देरी पर JMM ने फिर साधा निशाना
रविवार को बोकारो में एयरपोर्ट को लेकर सियासत तेज हो गई। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार, SAIL -बोकारो स्टील प्लांट और धनबाद के बीजेपी सांसद ढुलू महतो को बोकारो एयरपोर्ट की देरी का जिम्मेदार ठहराया। झामुमो बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने आरोप लगाया कि जानबूझकर बोकारो की परियोजना को लटकाकर धनबाद को प्राथमिकता दी जा रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

ढुलू महतो पर JMM का बड़ा आरोप
JMM नेताओं ने कहा कि सांसद ढुलू महतो ने चुनाव के बाद तीन बार नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखा और संसद में धनबाद एयरपोर्ट की मांग उठाई, लेकिन एक बार भी तैयार बोकारो एयरपोर्ट का जिक्र नहीं किया। इससे साफ है कि बोकारो को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है और मंत्रालय को गुमराह किया जा रहा है।

बुलेटप्रूफ हट्स की शर्त पर उठे सवाल 
JMM ने ब्यूरो ऑफ़ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) द्वारा बोकारो एयरपोर्ट पर बनाए गए सिक्योरिटी हट्स को बुलेटप्रूफ करने की शर्त को अव्यवहारिक बताया। नेताओं का कहना है कि जब देश के अन्य हवाई अड्डों जैसे रांची, कोलकाता और देवघर में यह नियम नहीं है, तो सिक्योरिटी हट्स बनने के बाद बोकारो के लिए यह अनिवार्यता क्यों लगाई गई। ये सिर्फ देरी करने का बहाना है। इससे लागत और समय दोनों बढ़ेंगे। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

टॉवर लाइट और फायर टेंडर पर तकरार 

JMM महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा कि राज्य सरकर को तो एक सतनपुर में टॉवर लाइट लगाना है, बाकी तीन चिमनियों पर टावर लाइट लगाने की जिम्मेदारी SAIL की है, जो केंद्र सरकार के अधीन आता है। अब तक SAIL ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया है। वहीं फायर टेंडर की बात करें तो एक वाहन AAI दे चुका है और दूसरा राज्य सरकार की प्रक्रिया में है। एयरपोर्ट परिसर में पहले से फायर स्टेशन मौजूद है।

भाजपा ने राज्य सरकार को ठहराया दोषी

दूसरी ओर, भाजपा नेता और पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने राज्य सरकार पर हवाई सेवा में देरी का ठीकरा फोड़ा। रविवार को उन्होंने झारखंड राज्य नागरिक विमानन प्रभारी कैप्टन सुरेंद्र सिन्हा से मुलाकात की और कहा कि पर्यावरण विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की NOC, एक फायर टेंडर, एम्बुलेंस और टॉवर लाइट जैसे छोटे कार्य राज्य सरकार की जिम्मेदारी हैं, जो अब तक अधूरे हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

बोकारो एयरपोर्ट: JMM और बीजेपी आमने सामने
बता दें, बोकारो एयरपोर्ट को लेकर राजनीतिक खींचतान केवल बयानों तक ही सीमित नहीं रही। इसके पहले JMM कार्यकर्ताओं ने सांसद ढुलू महतो का पुतला फूंका था, वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर जवाबी हमला बोला था। दोनों पक्षों के कार्यकर्ता बोकारो एयरपोर्ट के नाम पर सड़कों पर उतर आए।

जनता की उम्मीदें और राजनीतिक ठहराव
बोकारो एयरपोर्ट की शुरुआत को लेकर जनता की बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन यह सपना अधूरा पड़ा है। अब देखना यह है कि क्या यह सियासी संघर्ष जल्द समाधान की ओर बढ़ेगा या हवाई सेवा की राह और लंबी खिंचती जाएगी। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

 

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