Bokaro: राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत सेमिनार का आयोजन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में किया गया, जिसमें मनोचिकित्सक सदर अस्पताल बोकारो डा० प्रशान्त कुमार मिश्रा द्वारा सभी विद्यार्थी को तनाव क्या है ? इसके प्रकार जैसे सकारात्मक तनाव व नकारात्मक तनाव के बारे में जानकारी दी गई।
मिश्रा द्वारा बताया गया कि सकारात्मक तनाव हमें समस्याओं का सामना करने के लिये प्रेरित करता है। सभी छात्रों को बताया गया कि तनाव के मुख्य कारण पढाई में अव्वल आना, आर्थिक तंगी होना, नींद न आना, पारिवारिक समस्या होना, दैनिक परेशानियां है।
■ तनाव से मुक्त रखने के लिए सुगंध का सहारा लें एवं गर्म पानी से नहायें-
मनोचिकित्सक सदर अस्पताल बोकारो डा० मिश्रा द्वारा सभी बच्चों व शिक्षको को बताया गया कि हम अपने आपको को तनाव से मुक्त रखने के लिये क्या तरीका अपना सकते है। इसके लिये सुगंध का सहारा लें, गर्म पानी से नहायें, शराब का सेवन बिल्कुल नही करें, योग करे, टाईम मैनेजमेन्ट के अनुसार कार्य करें, अपनी सीमाओं को समझें, बहसबाजी न करे, चाय काफी का सेवन कम करें आदि ।
डा० मिश्रा द्वारा अन्त में सभी लोगों को बताया गया कि तनाव से आजकल हर कोई ग्रसित है। सभी शारीरिक और मानसिक परेशानियों का जड़ तनाव ही है। एक सामान्य सा लगने वाला तनाव भी कई बीमारियों को जन्म देता है जिससे छुटकारा पाना आसान नही होता है इस लिए छोटी छोटी बातो को मन पर हावी न होने दें।
स्कूल की शिक्षिका सुषमा कुमारी द्वारा सभी बच्चों को बताया गया यदि आपको यह शारीरिक लक्षण महसूस हो जैसे थकान, सिरदर्द, नींद के पैटर्न में बदलाव, पाचन में बदलाव, खटटी डकार आना, सांस फूलना, भ्रम की स्थिति, निर्णय लेने में कठिनाई व आत्म विश्वास की कमी महसूस हो तो आप समझ सकते हैं कि आपको मानसिक तनाव है।
इस अवसर पर डा० प्रशान्त कुमार मिश्रा मनोचिकित्सक सदर अस्पताल बोकारो, जिला परामर्शी मो० असलम, सुषमा कुमारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय चास के शिक्षक व कर्मी उपथित थे।