Bokaro: केन्द्रीय विद्यालय-3 बोकारो में तम्बाकू के दुष्परिणाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के प्राचार्य कृष्ण कुमार के द्वारा की गई। कार्यक्रम के दौरान जिला परामर्शी मो0 असलम द्वारा सभी बच्चों को तम्बाकू के दुष्परिणाम, तम्बाकू में पाये जाने वाले जहरीले तत्व के बारे में बताया गया। जिला परामर्शी ने बच्चों को अपने चर्चा के दौरान बताया कि तम्बाकू में पाया जाने वाला नशीला पदार्थ निकोटीन से बच्चों में चिन्ता, नींद न आना, चिडचिडापन एवं अवसाद जैसे गम्भी समस्यायें हो सकती हैं।
जिला परामर्शी ने बच्चों को बताया कि यदि आप तम्बाकू का सेवन करते है या आपके आसपास कोई सेवन करता है और वह तम्बाकू के लत को छोडना चाहता है और कई बार प्रयास करने पर भी नही छोड पाता है तो उसे तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र सदर अस्पताल के 13 नं0 ओ0पी0डी0 में भेजें ताकि उन्हें तम्बाकू छुडाने में मदद की जा सके।
तम्बाकू का मतलब बीमारियों बीमारियों का भण्डार-
स्कूल के प्राचार्य ने सभी बच्चों को बताया तम्बाकू को एक लाईन में परिभाषित करें तो तम्बाकू का मतलब बीमारियों बीमारियों का भण्डारा। चाहे आप इसे धुएं के शकल में लें या चबाकर खाये। यह मानव शरीर में जाकर विभिन्न प्रकार के बीमारियों को उत्पन्न करता है और फिर उस बीमारी से लोगों की मौत हो जाती है। इस लिये तम्बाकू मानव शरीर को धीरे धीरे खोखला करता है। हम सभी से अनुरोध करना चाहते है कि इस लत से बचें और एक जिम्मेदार नागरिक के नाते अपने आसपास के लोगों को भी इसके दुष्प्रभाव से अवगत कराये।
कार्यक्रम के दौरान सोशल वर्कर छोटेलाल दास, विद्यालय के शिक्षक, स्टाफ व बच्चे उपस्थित थे।