Bokaro: बोकारो के सिटी सेंटर, सेक्टर-4 में प्लॉट होल्डर्स और बोकारो चैंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर शुक्रवार को मशाल जुलूस निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने नगर प्रशासन विभाग द्वारा सार्वजनिक पार्किंग को अनिवार्य पार्किंग में बदलने के निर्णय का कड़ा विरोध किया और बोकारो को बचाने की मांग उठाई।

व्यवसायियों की समस्याओं को किया उजागर
चैंबर अध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि सिटी सेंटर शहर का एकमात्र व्यावसायिक केंद्र है, जहां कोचिंग सेंटर, दफ्तर और दुकानों के साथ बड़ी संख्या में लोग अपने वाहन खड़े करते हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक पार्किंग को पेड पार्किंग बनाना अनुचित है और इससे कारोबारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। See Video-
पार्किंग शुल्क और लीज नवीकरण पर तीखा विरोध
चैंबर सचिव मनोज पासवान ने बताया कि सिटी सेंटर के सार्वजनिक पार्किंग स्थल को 7,91,072 रुपये में नीलाम कर पेड पार्किंग घोषित किया गया है। उन्होंने पार्किंग शुल्क को अवैध बताया और इसे तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही, लीज नवीकरण में मनमाने शुल्क, पेनाल्टी और एकतरफा शर्तों के थोपने पर नाराजगी जताई।
अतिक्रमण और विकास पर चिंता
व्यवसायियों ने आरोप लगाया कि नगर प्रशासन विकास कार्यों के बजाय व्यवसायों को हतोत्साहित कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिटी सेंटर में खुदाई कर बड़े-बड़े गड्ढे बनाए गए हैं, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने औद्योगिक निवेश योजना को शुरू करने और सिटी सेंटर में फैले अतिक्रमण को हटाने की मांग की।
बोकारो स्टील प्लांट पर उठाए सवाल
महामंत्री प्रवीण कुमार ने कहा कि बोकारो स्टील प्लांट भारत सरकार की महारत्न कंपनी है, जिसे अपने खर्चे अपने मुनाफे से पूरे करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लांट नगर निगम जैसी संस्था नहीं है जो जनता से धन वसूल कर विकास करे।
बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल
मशाल जुलूस में जगदीश चौधरी, जयशंकर सिंह, विनोद कुमार, संजय पासवान, मदन चौधरी समेत बड़ी संख्या में व्यापारी और प्लॉटधारी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में पेड पार्किंग व्यवस्था खत्म करने और बोकारो को आधुनिक औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने का आह्वान किया।
