Bokaro: शहर में अतिक्रमण के मुद्दे पर मतभेद बढ़ता जा रहा हैं। एक तरफ विस्थापित और BSL के आवास-प्लॉट में कानूनी तौर पर रह रहे लोग हैं, तो दूसरी तरफ अवैध तरीके से ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहनेवाले लोग। बीएसएल टाउनशिप में खटाल, बस्ती, गुमटी, ठेले व अवैध कब्जा कर रहने वाले लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है। वास्तव में अतिक्रमणकारी कहा जाने वाला ये तबका, अब एक बड़ा वोटर बेस हो गया है। इसलिए बड़े नेता जैसे वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक, प्रत्याशी – ‘अतिक्रमण’ के मुद्दे पर मौन रहना उचित समझते है।
एक बार फिर BSL ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की है –
BSL ने एक बार फिर अतिक्रमण हटाने को लेकर करवाई शुरू की है। जिसको लेकर अवैध कब्जाधारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। इन दिनों बोकारो एयरपोर्ट के विकास में रुकावट, अवैध बिजली कनेक्शन के चलते सिटी सेंटर के दुकानों में लगी आग, और बनाये जा रहे पार्किंग एरिया से जुड़े मुद्दे चर्चे में हैं। विस्थापित खुले तौर पर बीएसएल के अतिक्रमण हटाने की मुहिम का समर्थन कर रहे हैं। साथ ही शहर में क्वार्टर, प्लाट आदि में वैध तरीके से रहने वाले नागरिक भी चुपचाप बीएसएल का समर्थन कर रहे हैं। इधर विस्थापित नेतागण सोशल मीडिया पर अतिक्रमण हटाने की मांग खुलकर कर रहे हैं, जबकि दुंदीबाग़ और सिटी सेंटर में बीएसएल की कार्रवाई का विरोध हो रहा हैं। कुछ दिनों पहले दुंदीबाग़ में आयोजित जनसभा में सर्वदलीय नेता पहुंचकर अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध किया।

नोटिस चिपकाये गए – अतिक्रमण का विरोध
पिछले 10 दिनों में, BSL प्रबंधन ने सिटी सेंटर में दुकानों पर नोटिस लगाए गए हैं, एस्टेट कोर्ट ने दुंदीबाग़ में अतिक्रमण की सुनवाई की सुचना जारी की, और सेक्टर 4 के खाली मैदान में ट्रेंच कटिंग का काम चल रहा है। पेड पार्किंग कॉन्ट्रैक्टर BSL से उनके तय एरिया से अवैध दुकानें हटाने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं। इस बीच, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी अतिक्रमण के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते हुए विरोध किया।
अतिक्रमण हटना जिला प्रसाशन के सहयोग पर निर्भर
फिलहाल लोगों का सारा ध्यान BSL के नगर प्रसाशन विभाग पर है, जिसने 2 दिसंबर को सिटी सेंटर में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान शुरू करने के लिए नोटिस जारी किया है। BSL ने चास SDM से पुलिस फाॅर्स और मजिस्ट्रेट की रिक्वेस्ट की है, जिन्होंने अनुरोध को मंज़ूरी दे दी है। BSL अधिकारियों ने कहा कि वे पूरी तरह से तैयार हैं पर अतिक्रमण हटना जिला प्रसाशन के सहयोग पर निर्भर करता है।
क्या ज़िला प्रशासन BSL के साथ खड़ा होगा ?
पहले भी, जिला प्रसाशन ने निर्धारित तिथियों पर पुलिस सपोर्ट वापस ले लिया था, जिससे BSL को अतिक्रमण हटाओ अभियान रोकना पड़ा था। 13 फरवरी, 2024 को घोषित किए गए अभियान के बावजूद, BSL अभियान नहीं चला सका क्योंकि ज़रूरी पुलिस फोर्स नहीं पहुंची। पिछले हफ़्ते ही, BSL एयरपोर्ट बाउंड्री से मेन रोड तक कई झोपड़ियों को हटाने में कामयाब रहा, लेकिन अगले दिन मीट की दुकानों को हटाने का प्लान जिला प्रसाशन द्वारा पुलिस फाॅर्स मुहैया नहीं कराये जाने के कारण फिर से फेल हो गया।
चिपकाये गए नोटिस के अनुसार 2 दिसंबर पास आ रहा है, शहर इस बात पर करीब से नज़र रख रहा है कि क्या ज़िला प्रशासन BSL के साथ खड़ा होगा या इतिहास एक बार फिर खुद को दोहराएगा।

