Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) प्रबंधन ने नगर प्रशासन विभाग के लैंड रिवेन्यू और अलॉटमेंट (LRA) सेक्शन के जनरल मैनेजर अजीत कुमार को वापस सिक्योरिटी विभाग भेज दिया है. अतिक्रमण के चलते बोकारो इस्पात की चारो तरफ हो रही किरकिरी के बीच बीएसएल के टॉप मैनेजमेंट ने अजीत कुमार पर अपना विश्वास जताया है.
सिक्योरिटी विभाग के अलावा नगर प्रशासन के जीएम अनिल प्रकाश लकड़ा को हॉर्टिकल्चर विभाग में स्थानांतरित करते हुए वहां का जीएम बनाया गया है. प्लांटेशन के साथ-साथ जवाहरलाल नेहरू उद्यान, सिटी पार्क आदि हॉर्टिकल्चर विभाग के कार्य क्षेत्र के अंदर आते हैं. कांटेक्ट लेबर सेल के सीनियर मैनेजर नसीम सिद्दीकी को लैंड रेवेन्यू अलॉटमेंट सेक्शन में भेज दिया गया है.
बता दे जीएम अजीत कुमार पहले भी 2009 से लेकर 2016 तक सिक्योरिटी विभाग में पदस्थापित रह चुके. बताया जा रहा है कि बीते कुछ वर्षों में शहर में अतिक्रमण धड़ल्ले से हुआ है. सिटी सेंटर आदि कई ऐसे इलाके हैं जहां के जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर दुकानें लगा ली है. नोटिस के बावजूद भी खाली नहीं कराया जा सका है. बढ़ता अतिक्रमण बोकारो इस्पात प्रबंधन के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. हर जगह अतिक्रमण को लेकर बीएसएल प्रबंधन की किरकिरी हो रही है. बीएसएल के जमीन पर अतिक्रमण के साथ-साथ पानी और बिजली चोरी रोकने की सबसे बड़ी जिम्मेवारी सिक्योरिटी विभाग की है.
लोगों का कहना है कि बीते 2 सालों में जिस तेजी से बोकारो शहर में अतिक्रमण हुआ वैसा पहले कभी नहीं हुआ था. अतिक्रमण कंट्रोल करना तो छोड़िए, अतिक्रमण बढ़ता रहा और बीएसएल प्रबंधन देखता रहा. बताया जा रहा है कि अजीत कुमार जुझारू अधिकारी हैं. अपने समय में उन्होंने अतिक्रमण पर काफी काम किया था. इनके सिक्योरिटी विभाग के कार्यकाल के दौरान ही हाईकोर्ट से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का आर्डर आया था. जिसके बाद शहर में कई जगह अतिक्रमण हटाए गए थे. अतिक्रमण से जुड़े मामले में सीबीआई जांच भी इन्हीं के कार्यकाल के दौरान हुई थी.
फिलहाल बीएसएल को अतिक्रमण पर काफी काम करना है. एयरपोर्ट के मामले में सेक्टर 12 मोड़ पर चल रहे बूचड़खाने को हटाना है. साथ ही सिटी सेंटर आदि इलाकों में स्टेट कोर्ट द्वारा निर्गत इविक्शन आर्डर का तमिला भी कराना है. अवैध कब्जा धारियों के हाथों से बीएसएल के मकानों को खाली भी कराना एक बड़ी चुनौती है जो अजीत कुमार के सामने रहेगी. प्रबंधन द्वारा दिए गए चुनौती में अजित कुमार कितने सफल हो पाएंगे यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.