Bokaro : ट्रेड युनियन संयुक्त मोर्चा की हुई बैठक में नेताओ ने सेल और बोकारो इस्पात प्रबंधन (BSL) प्रबंधन को मजदूर विरोधी बता कड़ी आलोचना की है। बैठक में 30 जून को हुई ऐतिहासिक हड़ताल के बावजूद सेल प्रबंधन द्वारा वेतन समझौता के लिए एन.जे.सी.एस. की बैठक नहीं बुलाये जाने पर गहरी चिंता भी व्यक्त की।
हड़ताल के कारण बोकारो स्टील प्रबंधन द्वारा 4 मजदूरों को निलम्बित, 2 मजदूरों को चार्जशीट और कई ठेका मजदूरों को कारण बताओ नोटिस दिया जा चुका है। हड़ताल के पूर्व ही एक मजदूर को प्रबंधन निलम्बित कर चुकी है। इन सभी अनुशासनिक कार्रवाई को, बिना शर्त अविलम्ब वापस करने के लिए एक पत्र संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रबंधन को देने का निर्णय लिया गया।

ट्रेड युनियन संयुक्त मोर्चा के घटक युनियनों की आवश्यक बैठक बी एम.एस. कार्यालय , सेक्टर -3 डी में की गई। प्रबंधन की इस मजदूर विरोधी मानसिकता के खिलाफ मजदूरों में काफी रोष देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में संयुक्त मोर्चा सर्वसम्मति से तय किया है कि वर्तमान स्थिति से राष्ट्रीय नेताओं को यह अवगत कराएगा:
1 ) सम्मानजनक वेतन समझौता के लिए पूर्ण एन.जे.सी.एस. की बैठक अविलम्ब बुलाने के लिए राष्ट्रीय नेताओं द्वारा दबाव दिया जाय
2 ) बोकारो स्टील प्लान्ट , भिलाई स्टील प्लान्ट सहित अन्य किसी भी प्लान्ट में अनुशासनिक कार्रवाई के नाम पर प्रबंधन द्वारा मजदूरों को दी गई चार्जशीट , सस्पेंशन ऑर्डर , कारण बताओ नोटिस आदि को बिना शर्त वापस लेने के लिए आप राष्ट्रीय नेताओं द्वारा उचित हस्तक्षेप अविलम्ब किया जाय।
3 ) सेल प्रबंधन की मनमानी और हठधर्मिता के खिलाफ 09 जून की तरह पुनः एन.जे.सी.एस. सदस्यों की संयुक्त बैठक बुलाकर मजदूर आन्दोलन का अगला कदम जल्द तय किया जाय ।
बता दें, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) में जून, 30 को हुई कर्मचारियों की हड़ताल से कंपनी को भारी नुकसान हुआ था। हालांकि प्रबंधन द्वारा आधिकारिक तौर पर उत्पादन और राजस्व हानि की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों ने मुताबिक बीएसएल को लगभग 6500 टन कच्चे इस्पात के उत्पादन का नुकसान हुआ। राजस्व के मामले में, बीएसएल को मोटे तौर पर 40 करोड़ रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा है। क्योंकि हड़ताल के दिन सुबह, दोपहर और रात की पाली सहित सभी चार पारियों में श्रमिकों काम से दूर रहे। उल्लेखनीय है कि पिछले पांच वर्षों से लंबित वेतन संशोधन और कर्मचारियों के अन्य लाभों की मांग को लेकर ट्रेड यूनियनों द्वारा संयुक्त रूप से सेल की व्यापक हड़ताल किया गया था।
ज्ञात हो, कर्मचारियों का वेज रिविज़न नहीं होने और कर्मचारियों को निलंबित करने के विरोध में गुरुवार को भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ ने प्रेम कुमार, महामंत्री शंभु कुमार के नेतृत्व में बोकारो इस्पात सयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस विभाग के मुख्य महाप्रबंधक के कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया था।

प्रेम कुमार ने कहा कि विगत 55 महीनो से कर्मचारियों का वेज रिविज़न लंबित है । संघ ने 30 जून को हड़ताल का नोटिस प्रबंधन को दिया था । एनजेसीएस के संयुक्त मोर्चा ने भी हड़ताल का नोटिस दिया था और हड़ताल शत प्रतिशत सफल हुई । हड़ताल सफल होने का कारण वेज रिविज़न नहीं होने से कर्मचारियों का आक्रोश था जिसे प्रबंधन अभी भी समझ नहीं पा रही । अपनी खुन्नस निकालने के लिए प्रबंधन ने दमनकारी नीति के तहत हमारे पाँच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया । संघ ये मांग करती है कि इन पंचों कर्मचारियों का निलंबन प्रबंधन जल्द से जल्द वापस ले अन्यथा एक और हड़ताल के लिए कर्मचारियों को मजबूर न करे ।
शम्भू कुमार, संयुक्त महामंत्री ने विरोध प्रदर्शन का अध्यक्षता करते हुए कहा कि संयुक्त मोर्चा में शामिल सभी एनजेसीएस यूनियन ने कर्मचारियो से कहा था कि अगर आपलोग हड़ताल सफल करते हैं तो हमलोग सेल प्रबंधन के साथ बैठक में 15/35/9 से कम पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे । कर्मचारियो ने हड़ताल सफल कर अपना काम पूरा किया अब बारी एनजेसीएस यूनियन की है कि वो अपने बात पर रहते हैं या प्रबंधन के समक्ष हथयार डाल देते हैं ।
