Bokaro: जिले के चास, चंदनक्यारी प्रखंड सहित अन्य जगहों पर भोक्ता पर्व धूमधाम से मनाया गया। प्राचीन काल से चले आ रहे इस अद्भुत पर्व में कई आश्चर्यजनक अनुष्ठानों और रस्मों के साथ भगवान शिव की उपासना की गई।
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चास के पुंडरू गांव में भक्त उपवास कर लोहे की कील से शरीर छिदवा कर 50 फीट ऊंचे खूटे पर झूलते नजर आए। भोक्ता पर्व को लेकर गांव वालों में विशेष उत्साह दिखा। शनिवार को इस अवसर पर शिव भक्तों ने परंपरागत रूप से फलाहार के बाद उपवास रखकर पूजा अर्चना की। दर्जनों की संख्या में भक्तों ने भोक्ता खूंटा से झूलकर भगवान शिव के प्रति अगाध आस्था प्रकट की।
इस अवसर पर पुंडरू में पारंपरिक रूप से झांकी निकली। जिसमें भक्तों ने विभिन्न रूप से हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। इसके साथ ही धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलकियां भी शामिल रही। जिसमें झूमर, छऊ नृत्य, करम, टुसु, आदि। यह मेला क्षेत्र के सांप्रदायिक सौहार्द और सद्भावना का प्रतीक है, झांकी में सिर्फ हिन्दू ही नही बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी झांकी मे अपने कार्यक्रमों में भागीदारी निभाते हैं।
इस अवसर पर भोक्ता पर्व क्षेत्र के जामगोड़िया, बाधाडीह, ब्राह्मणद्वारिका, रामडीह सहित दर्जनों गावों में धूमधाम से मनाया गया। तलगड़िया क्षेत्र के शिवालय तुरीडीह महुदा, बाटबिनोर, बिजुलिया टुघरी, जमगड़िया में धुमधाम से भोक्ता पर्व(चड़कपुजा) हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शिवालय भोलेनाथ व बुढा बाबा के जयकारे से गुंज उठा।
सैकड़ो की संख्या में शिवभक्त (भोगतिय) तालाब में स्नान कर निर्जला उपवास कर लोटन सेवा कर शिवालय पहुंचे। जहाँ पर मेला कमिटी ने शिवभक्त को शरबत व चना का वितरण किया। शिवभक्त लोहे की हुक से पीठ पर छिदवा कर करीब 40 फीट ऊंचाई लकड़ी की खम्बा से झुला झुलकर आस्था प्रकट कर रस्म निभाई।