Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्लांट में एक बार फिर रविवार को मजदूरों ने नारे लगाए. बताया जा रहा है कि मजदुर बीएसएल के स्लैग डम्प में एमआरडी विभाग में काम करने वाली कंपनी अमित माइंस प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे. अमित माइंस में काम करने वाले लगभग 250 मजदूर दुखी है.
कंपनी एमआरडी विभाग के माध्यम से ब्लास्ट फर्नेस से आए हुए स्लैग से सेपरेटर के माध्यम से लोहा अलग कर बेचने एवं लोहे की कीमत बीएसएल को देती है. कंपनी का कार्य आज समाप्त हो रहा है. क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के जनरल सेक्रेटरी, संग्राम सिंह ने कहा कि कंपनी मजदूरों को कार्य की समाप्ति के उपरांत मिलने वाली राशि के भुगतान में आनाकानी कर रही है. Video news:
उन्होंने कहा कि मनमानी ढंग से भुगतान कर निकलना चाह रही है. मजदूरों के बैंक खाते में एक मामूली राशि भेज कर गेट पास सरेंडर करने का दबाव बना रही है. गेट पास जमा नहीं करने पर पुलिस केस में फंसाने की धमकी दी जा रही है. कंपनी द्वारा दो बार नोटिस बोर्ड पर फुल एंड फाइनल पेमेंट का हिसाब लगाया गया है. परन्तु वास्तविक भुगतेय राशि नोटिस बोर्ड पर डिस्प्ले किए गए राशि से काफी भिन्न है.
सिंह ने कहा कि आज क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के सदस्यों से भी कंपनी के पदाधिकारियों की वार्ता हुई थी पर वह विफल रही. इस समस्या से बोकारो स्टील प्लांट के आला अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. किसी को भी मजदूरों का हक नहीं मारने दिया जाएगा. हमलोग उनके हक की लड़ाई के लिए हमेशा की तरह तत्पर है.