Bokaro: हर वर्ष की भांति इस बार भी विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बुधवार को नया मोड़ स्थित बिरसा सेवाश्रम में आदिवासी सांस्कृतिक विकास परिषद बोकारो इस्पात नगर की ओर से विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम मनाया गया।
कार्यक्रम में आश्रम परिसर में भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुभारंभ किया और कार्यक्रम में आए लोगों को आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी। मौके पर झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के महामंत्री डीसी गोहाइ ने विश्व आदिवासी दिवस की विषय वस्तु को रखते हुए बताया कि यूनाइटेड नेशन की ओर से पूरे विश्व में युवा आदिवासियों की आत्मनिर्भरता के ऊपर विशेष ध्यान देने के लिए सभी देश की सरकारों के लिए विशेष गाइडलाइन जारी किया गया है।
हमारे देश में नॉर्थ ईस्ट से लेकर मणिपुर, नागालैंड, मेघालय, असम, त्रिपुरा, बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में लगभग 20 करोड़ आदिवासी निवास करते हैं ।
इनकी अलग-अलग पहचान रीति- रिवाज के बावजूद एक समानता का सामाजिक आधार है। अध्यक्ष फ्रांसिस श्रवण ने अपने संबोधन में आदिवासी की अस्मिता, सम्मान एवं जल- जंगल जमीन पर अपने हक की लड़ाई को आगे बढ़ाने की बात कही।
स्थानीय आदिवासी युवक एवं युवतियों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोगों ने इनके नृत्य और गायन की प्रशंसा की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सचिव कालीचरण टुडू, कोषाध्यक्ष विनोद बिहारी सोरेन, रघुनाथ टुडू दुर्गा प्रसाद सोरेन, गोपेश्वर सोरेन, सुंदर सोरेन, बनेश्वर सोरेन, राम प्रसाद किस्कू, लक्ष्मी हांसदा, प्रतिमा, फूलरो लकड़ा, धर्मशिला, सीमा हांसदा, मंजू हांसदा, लीलो सोरेन सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।