Bokaro : कोरोना को ले डीएमएफटी फण्ड से बोकारो जेनरल अस्पताल में ब्लड प्लाजमा थैरेपी सुविधा स्थापित करने के लिए जिला स्वास्थ विभाग सोच रहा था की ICMR की आइये रिपोर्ट ने अभी इस प्रोजेक्ट पर विराम लगा दिया है। अब इसको ले जिला स्वास्थ विभाग ने स्टेट हेडक्वाटर से मंतव्य मांगेगी। उक्त विषय पर चर्चा मंगलवार को डीएमएफटी प्रबंधकीय परिषद की बैठक में उपायुक्त राजेश सिंह ने चर्चा की थी।
जिसपर सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक ने बताया की ICMR के गाइडलाइन्स के अनुसार कोरोना मरीजों में ब्लड प्लाजमा थैरेपी बहुत अधिक कारगर नहीं है। इसलिए इसको लगाने से पहले स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट से इसपर राय मंतव्य लेना ठीक होगा। उन्होंने सिविल सर्जन को निदेश दिया कि कोविड 19 के लिए कार्य कर रहे डाटा एंट्री ऑपरेटर के मानदेय का भुगतान शीघ्र करायें। साथ ही बोकारो जेनरल अस्पताल बोकारो में ब्लड प्लाजमा थैरेपी सुविधा स्थापित करने को लेकर सिविल सर्जन को अग्रेतर कार्यवाई हेतु निदेशित किया।

वही कोविद-19 के कार्य में लगे लैब टेक्निशंस, डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। उनकी तीन महीनो की पगार का भुगतान करने का निर्देश उपायुक्त को दे दिया है। डीएमएफटी प्रबंधकीय परिषद की बैठक उपायुक्त की अध्यक्षता में गोपनीय प्रकोष्ट में की गई। डीएमएफटी प्रबंधकीय समिति द्वारा बैठक में कुल 07 बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। उक्त बैठक में सिविल सर्जन की अधियाच पर कोविड-19 के रोकथाम, टेस्टिंग एवं अन्य कोविड से संबंधित सामग्रियों के क्रय पर चर्चा की गयी।
उपायुक्त राजेश सिंह ने सिविल सर्जन को निदेशित किया कि सरकार के दिशा निदेशों एवं मापदंडों का अनुपालन करते हुए कोविड-19 से संबंधित सामग्रियों का क्रय किया जाय। उपायुक्त ने कोविड 19 की रोकथाम हेतु वाहन व फ्लेक्स होल्डिंग के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया।
