Bokaro : बोकारो विधायक, बिरंची नारायण ने शुक्रवार को सेल चेयरमैन सोमा मंडल से मिलकर उनको धन्यवाद स्वरुप श्रीरामचरित्र मानस भेंट की। चेयरमैन से मिलने विधायक बोकारो निवास गए थे। विधायक बोकारो में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने को लिए सेल द्वारा बालीडीह में जमीन आवंटन पर सहमति प्रदान करने के लिए चेयरमैन के शुक्रगुजार है। उन्होंने चेयरमैन से मिलकर उनको कई बार थैंक्यू कहा। मौके पर बोकारो इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इचार्ज अमरेंदु प्रकाश, जनरल मैनेजर, नवीन प्रकाश और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बताया जा रहा है की अभी कुछ ही दिन पूर्व विधायक ने दिल्ली स्तिथ सेल ऑफिस में जाकर चेयरमैन से मुलाकात की थी। उन्होंने उनको झारखण्ड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा बोकारो में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव के बारे में बताया था। जिसे चेयरमैन ने बड़ी ही संजीदगी से लिया था। यही नहीं, विधायक के वापस बोकारो लौटने के तीन दिन के अंदर स्टील मिनिस्ट्री और सेल ने स्टेडियम बनाने के लिए जमीन प्रदान करने की अग्रिम सहमति प्रदान कर दी थी। बालीडीह के विस्थापित कॉलेज के बगल में नेशनल हाईवे से सटे हुए 20 एकड़ भूमि देने के लिए सेल राजी हो गया है।

विधायक ने कहा की चेयरमैन और डायरेक्टर इंचार्ज को स्टेडियम के लिए धन्यवाद देना बनता है। उन्होंने बोकारो को क्रिकेट के विश्व मानचित्र पर ला दिया है। यह के विकास की एक नई आधारशिला रखी है। स्टेडियम बनने से बोकारो इस्पात शहर का अद्वितीय विकास होगा। इसलिए मैंने धन्यवाद स्वरुप खुद जाकर चेयरमैन को श्रीराम चरित्र मानस भेंट किया। वह काफी खुश हुई।
Bokaro : आज माननीय सांसद धनबाद पशुपतिनाथ सिंह के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल सेल अध्यक्ष सोमा मंडल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। विद्या सागर सिंह ने बताया की प्रतिनिधिमंडल ने 18 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्य रूप से बोकारो इस्पात संयंत्र के स्थापना काल के समय विस्थापित हुए विस्थापितों के नियोजन, बोकारो इस्पात संयंत्र के क्षमता में वृद्धि,सीएसआर के तहत कार्यों में पारदर्शिता, लिज धारकों के लीज नवीनीकरण में रियायत,विस्थापित गौव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना , वियाड़ा की इकाइयों को प्रचुर मात्रा में कार्यादेश देने सहित कुल 18 मांग बोकारो के लिए यथा शीघ्र पूरा करने की मांग की है । प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से अशोक कुमार वर्मा,कमलेश राय ,वीर भद्र प्रसाद सिंह, राम सुमेर सिंह, विनय आनंद, नीरज कुमार, प्रकाश सिंह मोंटी, इंद्र कुमार झा थे ।
